सुपौल के त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल में सोमवार को एक अजीबोगरीब नजारा देखने को मिला। सर्पदंश के शिकार दो मरीजों के इलाज के लिए परिजन अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन डॉक्टरों के उपचार के बजाय उन्होंने तांत्रिक बुला लिया।
अस्पताल परिसर में तांत्रिकों का जमावड़ा लग गया। घंटों तक मरीजों पर झाड़-फूंक किया गया। इस दौरान अस्पताल प्रशासन मूकदर्शक बना रहा।
घटना की जानकारी मिलने पर आसपास के लोग भी अस्पताल पहुंच गए। अस्पताल परिसर में तंत्र-मंत्र के जाप से अफरा-तफरी का माहौल रहा। इस दौरान मरीजों की हालत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के महेशुआ वार्ड नंबर 11 निवासी छह वर्षीय एकलाख और बघला वार्ड नंबर 9 निवासी रौशन कुमार की पत्नी खुश्बू कुमारी को सांप ने काटा था। इलाज के लिए परिजन उन्हें अस्पताल लाए थे। लेकिन इलाज के बजाय परिजनों ने तांत्रिकों का सहारा लेना ज्यादा उचित समझा।
अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, सर्पदंश के मरीजों का प्राथमिक उपचार किया गया है और दोनों खतरे से बाहर हैं। हालांकि, अस्पताल परिसर में तांत्रिकों के द्वारा किए जा रहे झाड़-फूंक के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई।