भारत सरकार 7 मई 2025 को देशभर के चिन्हित सिविल डिफेंस जिलों में एक विशाल मॉक ड्रिल आयोजित करने जा रही है। इस अभ्यास का उद्देश्य नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों—विशेषकर युद्ध जैसी परिस्थिति—से निपटने के लिए तैयार करना है। गृह मंत्रालय ने इस संबंध में 2 मई को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एडवाइजरी जारी की थी। बिहार में यह मॉक ड्रिल पटना, बरौनी, कटिहार, पूर्णिया और बेगूसराय में आयोजित की जाएगी। इनमें से बेगूसराय को श्रेणी-3 में जबकि शेष जिलों को श्रेणी-2 में रखा गया है। पटना में शाम 6:58 बजे से सायरन बजेगा और 7:00 से 7:10 तक बिजली बंद कर दी जाएगी—जिसे ‘ब्लैकआउट’ कहा जाएगा।
क्या होगा इस मॉक ड्रिल में?
- शाम 6:58 बजे सायरन बजेगा
- 7:00 बजे से 10 मिनट के लिए बिजली काटी जाएगी
- आम जनता को घरों में रहकर रोशनी बंद करने की अपील की गई है
- शहर की 80 जगहों पर सायरन बजेंगे
- फायर ब्रिगेड, थानों और आपातकालीन वाहनों की सक्रियता बढ़ाई जाएगी
- गाड़ियों की लाइटें भी बंद रखने की अपील की गई है
- केवल एंबुलेंस और अन्य आपातकालीन सेवाओं को छूट मिलेगी
प्रशासन की तैयारी
पटना जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह और वरीय पुलिस अधीक्षक आकाश कुमार ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मॉक ड्रिल की विस्तृत जानकारी दी। एसएसपी आकाश कुमार ने स्पष्ट किया, “युद्ध अभी नहीं छिड़ा है, यह केवल एक रिहर्सल है। डरने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने आगे बताया कि यह ड्रिल लोगों को जागरूक करने और आपदा प्रबंधन को दुरुस्त करने की दिशा में एक राष्ट्रीय प्रयास है। साथ ही, पहलगाम हमले के बाद से प्रमुख स्थानों पर पहले से ही सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
आम जनता से अपील
- यह केवल एक अभ्यास है, घबराने की जरूरत नहीं
- भोजन या अन्य वस्तुएं जमा करने की आवश्यकता नहीं
- अपने घरों में रहकर सहयोग करें
- मॉक ड्रिल को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचें
कौन-कौन होंगे शामिल ?
इस रिहर्सल में सिविल डिफेंस, होमगार्ड, आपदा प्रबंधन विभाग, दमकल विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस बल और जिला प्रशासन के अधिकारी सक्रिय भागीदारी करेंगे। करीब 1,000 लोग इस मॉक ड्रिल में शामिल होंगे। यह ड्रिल न सिर्फ सुरक्षा तैयारियों की एक झलक पेश करेगी, बल्कि आम लोगों को भी जागरूक करेगी कि युद्ध या अन्य आपातकालीन परिस्थितियों में उन्हें क्या करना चाहिए।