इम्फाल: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (आईएसआरओ) के चेयरमैन डॉ. वी. नारायणन ने घोषणा की है कि कम से कम 10 उपग्रह लगातार काम कर रहे हैं, ताकि देश के नागरिकों की सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। यह बयान मणिपुर के इम्फाल में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के 5वें दीक्षांत समारोह के दौरान दिया गया।
डॉ. नारायणन ने कहा कि इन उपग्रहों का उपयोग रणनीतिक उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है, विशेष रूप से पाकिस्तान के साथ तनाव के समय में देश की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत 2040 तक अपना पहला अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की दिशा में काम कर रहा है, और आज 34 देशों के 433 उपग्रह भारत से लॉन्च किए गए हैं।
इसरो की यह पहल राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ाने के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग को रेखांकित करती है, जिसमें सीमा निगरानी और आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं। हाल ही में लॉन्च किए गए ईओएस-09 (रिसैट-1बी) उपग्रह ने सभी मौसमों और दिन-रात की स्थिति में इमेजिंग क्षमताओं को प्रदान किया है, जो रक्षा और नागरिक दोनों क्षेत्रों में उपयोगी है।
इसके अलावा, आईएसआरओ अगले पांच वर्षों में 52 उपग्रहों के एक समूह को लॉन्च करने की योजना बना रहा है, जिसमें निजी क्षेत्र की महत्वपूर्ण भागीदारी होगी। यह कदम अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी को देश की सुरक्षा और आर्थिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।