खूंटी: दुष्कर्म की दिल दहला देने वाली घटना की सूचना खूंटी से है। बताया जा रहा कि तीन नाबालिग लड़कियों के साथ 18 नाबालिक लड़कों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया है। बता दें गैंगरेप की वारदात की फैली खबर के बाद खूंटी में खलबली मच गयी। मिली जानकारी के अनुसार तीनों नाबालिग लड़कियां आदिवासी समुदाय की हैं। इल्जाम है कि इन तीनों लड़कियों के साथ 18 नाबालिग लड़कों ने गैंगरेप किया। पीड़ित लड़कियों और संदेही गुनहगार लड़कों की उम्र 12 साल से साढ़े 17 साल के बीच है। इस महापाप को खूंटी के रनिया थाना क्षेत्र के उलिहातू गांव से निचितपुर में अंजाम दिया गया। रनिया थानेदार विकास जायसवाल और उनकी टीम ने सभी 18 संदेही गुनहगार लड़कों को कस्टडी में ले लिया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
वारदात के बारे में जो बातें छनकर सामने आई हैं उसके अनुसार बीते शुक्रवार की रात पांच नाबालिग लड़कियां एक शादी समारोह से वापस अपने-अपने घर लौट रही थीं। जब रनिया थाना क्षेत्र के उलिहातू गांव से निचितपुर जाने वाले रास्ते में कारो नदी के पास पहुंची, तो करीब डेढ़ दर्जन नाबालिग लड़कों ने उन लड़कियों को घेर लिया। दो लड़कियां उनके चंगुल से बच गयी। वहीं, तीन लड़कियों के साथ एक-एक कर सभी लड़कों ने दरिंदगी की। इसके बाद लड़कियों को धमकी दी गयी कि अगर किसी जुबान खोली तो अंजाम बुरा होगा।
महापाप को अंजाम देने के बाद लड़कियों को वहीं छोड़कर सभी लड़के फरार हो गये। तीनों नाबालिग लड़कियां किसी तरह अपने घर पहुंची और घरवालों को सारी बात बतायी। लड़कों की धमकी के चलते घरवाले शनिवार तक बात को दबाये रखे। इसके बाद घरवाले और ग्रामीण रविवार को रनिया थाना पहुंचे और थानेदार विकास जायसवाल को सारी बात बतायी। तीनों पीड़ित लड़कियों के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गयी और पुलिस तफ्तीश में जुट गयी। थानेदार विकास जायसवाल ने मामले को काफी गंभीरता से लिया और ताबड़तोड़ छापेमारी कर सभी 18 संदेही गुनहगारों को कस्टडी में ले लिया। आगे की कार्रवाई की जा रही है।