[Team Insider]: बिहार (Bihar) कोरोना (Corona) की तीसरी लहर से जूझ रहा है। इस बीच सरकार की ओर से लोगों के इलाज के लिए व्यवस्था की जा रही है। सरकार (Government) ने लोगों से जुड़े दो महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।
घर पर पहुंचेगी दवा
बिहार में होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों को अब घर पर ही दवा दी जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से डाक विभाग से टाइअप किया गया है। गुरुवार से घर पर ही दवाई का किट पहुंचेगी। हालांकि इसमें एक दिक्कत यह आ रही है कि काफी मरीजों का पता गलत है और फोन नंबर भी सही नहीं है। या फिर वह फोन नहीं उठा रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद कोशिश यहीं है की लोगों को घर पर ही दवा पहुंचाई जाएगी।
ऑनलाइन (Online) देख सकेंगे अस्पतालों में बेड की स्थिति
सरकार ने जो दूसरा बड़ा निर्णय लिया है वह ऑनलाइन बेड की स्थिति देखने की सुविधा। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना की दूसरी लहर में तैयार किया गया पोर्टल फिर से अपडेट किया जा रहा है। शुक्रवार तक इसे पूरी तरह अपडेट कर लिया जाएगा। विभाग की ओर से इसके निर्देश दिए गए हैं। वेबसाइट अपडेट हो जाने के बाद आम लोग देख सकेंगे कि राज्य के किस अस्पताल में कितने बेड खाली हैं, और कितने बेड भरे हुए हैं। आईसीयू बेड और सामान्य बेड की अलग-अलग कैटेगरी है। यहां सरकारी व निजी दोनों अस्पतालों के बेड के बारे में जानकारी उपलब्ध रहेगी। अस्पतालों के नंबर भी दिए रहेंगे जहां लोग संपर्क कर सकते हैं।
अस्पतालों में मरीजों के लिए होगी पूरी व्यवस्था
राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने बताया कि अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है। जिला अस्पतालों में 12 हजार ऑक्सीजन बेड है। मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के सभी बेड ऑक्सीजन युक्त हैं। इसके अलावा 455 आईसीयू बेड है। जिलों और अन्य अस्पतालों में भी 266 आईसीयू बेड है। सेकेंड वेब के मुकाबले इस बार बेहतर तैयारी है।