[Team Insider]: शराबबंदी कानून में संशोधन को लेकर HAM प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान (Danish Rizwan) का बयान आया है। उन्होंने कहा कि संशोधन (Amendment) से पहले जनता से राय ले ली जाए, यदि जनता संशोधन चाहती है तो ही संशोधन हो, यदि जनता शराबबंदी कानून को नकार देती है तो अविलंब यह कानून खत्म किया जाए।
भाजपा ने भी शराबबंदी कानून में संशोधन करने की मांग की
इसके पहले पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भी कहा था कि- पूरे बिहार के अलग-अलग जिलों में शराब पीने से मौत हो रही हैं। शराब पीने वालों के लिए कानून में संशोधन कर शराब बिक्री करने के लिए विकल्प देना होगा। क्योंकि गरीब परिवार के लोग हीं ज्यादा इसका शिकार हो रहे हैं। सबसे ज्यादा गरीब लोग हीं जेल में भी जा रहे हैं। इस मामले के पक्ष में भाजपा (BJP) ने भी शराबबंदी कानून में संशोधन करने की मांग की हैं। जबकि सत्ता पक्ष भाजपा में हम पार्टी ने भी शराबबंदी कानून में संशोधन करने की मांग बार बार किया हैं और करेंगें भी। चूँकि इस पर मुख्यमंत्री को बैठक बुलाकर तय करना होगा कि शराब पीने वाले लोगों की मौत हो रही हैं जिसे बचाया जा सके।
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