बिहार सरकार के टेंडरों में सरकारी धन की लूट से जुड़े नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आरोपों पर उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा की तेजस्वी जब खुद डिप्टी सीएम थे और पथ निर्माण मंत्री भी थे उस समय उनके माध्यम से 26 करोड़ रुपए ज्यादा दिया गया लेकिन वे उस पर चुप हैं। तेजस्वी के समय के जितने एस्टीमेट और प्राकलन बने थे सबकी हमने जांच कराई थी। उसमें 26 करोड़ रुपए के फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। उन्होंने कहा की तेजस्वी अब जो आरोप लगा रहे हैं तो उसमें प्रमाण उपलब्ध कराएं।

इंडिया गठबंधन की बैठक एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बिहार आगमन पर विजय सिन्हा ने कहा बिहार में अभिनेता सीएम नहीं बनेगा। जो जनता के सेवक रहेगा वहीं बिहार का नेता बनेगा। अब खलनायक की जरूरत नहीं है बिहार को, नायक की जरूरत है। जो जमीन से उठकर जनता के बीच में जाएं।
वहीं तेजस्वी यादव के जरिए एनडीए की सरकार पर लूट के आरोप पर संजय झा ने कहा, जिस पर जांच चल रही है। उस पर पहले तेजस्वी यादव को बोलना चाहिए। जो नौकरी को लेकर के काम किए थे, पहले उस पर बात बोलना चाहिए। नीतीश कुमार ने राज्य में बहुत काम हुए हैं, जब उनको मौका मिला था तो उन लोगों ने नहीं किया। अगर कुछ है तो बताना चाहिए।
तेजस्वी यादव के टेंडर घोटाले के आरोप पर संजय झा और दिलीप जायसवाल ने दे दिया जवाब
बता दें की आज पटना में तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर टेंडर घोटाले का बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चुनाव का खर्च भी जनता के पैसे से निकाला जा रहा है। ठेकेदारों को ग्लोबल टेंडर के जरिए पैसे वसूला जा रहा है। बिहार के ठेकेदारों को कोई टेंडर नहीं दिया जा रहा है। 2025-26 का बजट 3 लाख 17 हजार करोड़ है। 2024-25 की तुलना में 38 हजार करोड़ रुपया बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि स्कीम इकोएंडेचर के लिए 1 लाख 16 हजार करोड़ दिया गया। कैबिनेट के जरिए 76 हजार करोड़ रुपये दे दिया गया। तेजस्वी ने सवाल करते हुए कहा कि सरकार बताए कि 1 लाख 16 हजार का क्या प्रावधान किया गया है, उसमें पिछले साल की राशि शामिल की गई या नहीं। अगर हां तो नई योजनाओं के लिए पैसा कहां से लाएंगे?