आयुष मेडिकल एसोसिएशन (बिहार) की ओर से पटना के अधिवेशन भवन, में हैनीमैन जयंती सह साईन्टीफिक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री दिलीप जायसवाल एवं बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहें। अपने संबोधन में दिलीप जायसवाल ने कहा कि आयुष चिकित्सक पूरी निष्ठा से सरकारी अस्पतालों में अपनी सेवा दे रहे हैं। होमियोपैथी पद्धति भी आज ऐलोपैथ की तरह कारगर चिकित्सीय उपचार कर रहा है। इस पद्धति में सही और सटीक ईलाज हो रहा है।

इस अवसर पर सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने आयुष चिकित्सकों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके वाजिब हक और सम्मान के लिए हमेशा तत्परता से कार्य कर रही है। नतीजतन शीघ्र ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत लगभग 2,800 आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति हेतु विज्ञापन एक सप्ताह में प्रकाशित की जाएगी एवं रिक्त पदों को भर दिया जाएगा।
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मंगल पांडेय ने कहा कि संपूर्ण आयुष पद्धति के प्रति पिछले एक दशक में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व कें क्रांतिकारी बदलाव आया है। पीएम मोदी ने 2014 में आयुष मंत्रालय का गठन किया। जिसके फलस्वरुप इस पद्धति के विकास के लिए अलग से फंड, योजनाएं, अस्पताल एवं अन्य व्यवस्थाओं को चमकाया गया। व्यवस्थाओं में बदलाव आया। वहीं बिहार में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में आयुष चिकित्सा को नई दिशा दी गयी। आयुर्वेद, होमियोपैथ व यूनानी का तेजी से विकास हुआ।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एक दिन में कैबिनेट से 825 करोड़ राशि विकास संबंधी विभिन्न योजनाओं के लिए स्वीकृति दी गई। बिहार में संचालित विभिन्न आयुर्वेद, होमियोपैथ व यूनानी कॉलेजों का जीर्णोद्धार इन राशियों से किया गया। वहीं, बेगूसराय में नए आयुर्वेद कॉलेज का निर्माण लगभग 250 करोड़ की राशि से हो रहा है। मुजफ्फरपुर होमियोपैथ कॉलेज का भी जीर्णोद्धार हो गया। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में आयुष के क्षेत्र में व्यापक बदलाव आया है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की देन है।
मंगल पांडेय ने कहा कि देशभर में सबसे ज्यादा एक साथ किसी राज्य में आयुष चिकित्सकों की बहाली हुई, तो वह प्रदेश बिहार है। जहां एनडीए की सरकार में पिछले वर्ष एक साथ 2 हजार 901 आयुष चिकित्सकों की बहाली हुई। जिसमें 948 होमियोपैथी चिकित्सक थे। पांडेय ने आयुष मेडिकल एसोसिएशन की कुछ प्रमुख मांगों को भी सुना व उसे त्वरित निष्पादित करने का ऐलान भी कर दिया।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आपकी मांगों के संबंध में सरकार ने पूर्व में भी सक्रियता दिखायी है। साथ ही कहा कि सपूर्ण आयुष के क्षेत्र के लिए लगभग 60 करोड़ की राषि केंद्र सरकार से दवाओं के क्रय के लिए मिलने वाली है। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान हैनिमैन के उल्लेखनीय योगदान व कृत्यों की प्रशंसा की और कहा कि भारत में भी जिन लोगों ने आयुष पद्धति को बढ़ावा दिया, उन्हें याद करना भी जरुरी है। इस अवसर पर आयुष मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ विरेंद्र मौर्या, डॉ रामजी सिंह, डॉ एम के साहनी, डॉ आर पी सिंह, डॉ गौरी शंकर, डॉ सुभाष सिंह, डॉ निशांत श्रीवास्तव व अन्य उपस्थित रहें।