दरभंगा पुलिस ने बीते शनिवार (25 जनवरी) को एक फर्जी ADM और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया। इन पर आरोप है कि यह गिरोह खुद को समस्तीपुर के ADM के रूप में पेश कर विभिन्न जगहों पर धौंस जमाने और मुफ्त सुविधाएं लेने का काम कर रहा था। यह मामला तब सामने आया जब जिले के सोनकी थाना क्षेत्र के ‘दलान रिसॉर्ट’ में सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान रिसॉर्ट के मालिक को इनकी हरकतों पर शक हुआ।
कैसे हुआ खुलासा?
रिसॉर्ट के मालिक मृदुल शुक्ला ने बताया कि 25 जनवरी की शाम सात बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सात लोग आए और खुद को ADM व उसके दोस्त बताकर VIP ट्रीटमेंट की मांग की। इन्होंने रिसॉर्ट के स्टाफ को धमकाया और टिकट पर डिस्काउंट भी लिया।
इनमें से एक ने खुद को समस्तीपुर का ADM डॉक्टर अभिनव बताया और रिसॉर्ट के मालिक से कहा कि उन्हें और उनके दोस्तों को विशेष सुविधाएं दी जाएं। जब उनसे आईडी मांगी गई, तो वे टालमटोल करने लगे और धमकाने लगे।
धोखाधड़ी की पुष्टि और गिरफ्तारी
रिसॉर्ट के मालिक को शक हुआ, जब कथित ADM के मुंह से शराब की दुर्गंध आने लगी। पुलिस को बुलाकर जब ब्रेथ एनालाइजर से जांच की गई, तो शराब पीने की पुष्टि हुई। पुलिस ने मौके पर फर्जी ADM समेत चार लोगों को हिरासत में ले लिया, जबकि तीन आरोपी मौके से फरार हो गए।
आरोपियों का तरीका
शुरुआती पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे फर्जी ADM डॉक्टर अभिनव के नाम का इस्तेमाल कर जगह-जगह VIP ट्रीटमेंट लेते थे और लोगों को धमकाते थे। रिसॉर्ट में भी उन्होंने इसी तरह नशे की हालत में धौंस जमाने की कोशिश की।
मुख्य आरोपी की हरकतें
फर्जी ADM ने रिसॉर्ट मालिक को यह भी कहा कि वे दरभंगा नगर से चुनाव लड़ने वाले हैं, लेकिन उन्हें टिकट मिलना मुश्किल है। बात बढ़ने पर फर्जी ADM और उसके साथियों ने स्टाफ से गाली-गलौज और हाथापाई भी की।
समस्तीपुर में ADM होने का दावा झूठा निकला
जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि समस्तीपुर में डॉक्टर अभिनव नाम का कोई ADM है ही नहीं। जब उनसे पहचान पत्र दिखाने को कहा गया, तो उन्होंने इसे दिखाने से इनकार कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई
सोनकी थाना अध्यक्ष वसंत कुमार ने बताया कि मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और फरार तीन आरोपियों की तलाश की जा रही है। गिरफ्तार चारों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
रिसॉर्ट मालिक की सतर्कता ने बचाई स्थिति
रिसॉर्ट मालिक मृदुल शुक्ला की सतर्कता और सूझबूझ से इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ। उन्होंने न केवल समय रहते पुलिस को सूचना दी, बल्कि फर्जी ADM और उसके साथियों को पकड़कर पुलिस के हवाले किया।
फर्जीवाड़े से सतर्क रहें
यह घटना बताती है कि किस तरह लोग फर्जी पहचान का सहारा लेकर सार्वजनिक स्थलों पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। ऐसे में सतर्कता और प्रशासन से समय पर संपर्क करना बेहद जरूरी है।