मोकामा से मुंगेर के बीच ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क परियोजना को केंद्र सरकार ने मंजूरी प्रदान कर दी है। 81 किलोमीटर लंबी इस सड़क के निर्माण में 5000 करोड़ रुपए से अधिक की लागत आएगी। नीतीश सरकार के अनुरोध पर केंद्र सरकार ने इस परियोजना के लिए 4000 करोड़ रुपए का बजट इसी वर्ष स्वीकृत किया है।
57 किलोमीटर का हिस्सा लखीसराय जिले में
इस सड़क के कुल 81 किलोमीटर लंबे रूट में से 57 किलोमीटर हिस्सा लखीसराय जिले से होकर गुजरेगा। परियोजना के अंतर्गत बड़हिया के 11 गांव, पिपरिया के 4 गांव, सूरजगढ़ा के 26 गांव, लखीसराय के 17 गांव, और चानन के 9 गांव शामिल हैं। साथ ही, यह सड़क पटना जिले के घोसवरी प्रखंड से भी होकर गुजरेगी।
गंगा के दक्षिण में बनेगी नई फोरलेन सड़क
मौजूदा सड़क गंगा के किनारे से गुजरती है, जबकि नई ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क गंगा के दक्षिणी हिस्से में बनाई जाएगी। यह बख्तियारपुर से मोकामा के बीच पहले से बनी ग्रीनफील्ड सड़क से जुड़कर आगे बढ़ेगी। इस परियोजना से झारखंड को भी बेहतर सड़क कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा।
जमीन अधिग्रहण दो महीने में होगा पूरा
सड़क निर्माण कार्य जल्द शुरू करने के लिए जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया को दो महीने के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। जमीन अधिग्रहण के तुरंत बाद निर्माण कार्य के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
क्षेत्र को मिलेगा विकास और बेहतर कनेक्टिविटी
इस फोरलेन सड़क के बन जाने से पटना और मुंगेर के बीच निर्बाध कनेक्टिविटी मिलेगी। यह पटना से भागलपुर तक यात्रा को और सुविधाजनक बनाएगा। उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि इस सड़क के निर्माण से पटना, लखीसराय और मुंगेर जिले के आसपास के क्षेत्रों में सुगम यातायात का मार्ग प्रशस्त होगा और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा।
बख्तियारपुर-मोकामा फोरलेन के परिचालन का इंतजार
इसके साथ ही अगले महीने बख्तियारपुर से मोकामा के बीच बनी फोरलेन सड़क के एक हिस्से में परिचालन शुरू होने की संभावना है। इस परियोजना के पूरा होने से क्षेत्र में यातायात सुगमता और आर्थिक विकास की गति में तेजी आएगी।
यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “तेजी से विकास और बेहतर कनेक्टिविटी” की गारंटी को दर्शाती है और इससे बिहार के पूर्वी क्षेत्रों को बड़ा लाभ मिलेगा।