बिहार में पूर्ण शराबबंदी कभी शराब की खेप से बदनाम होती है तो कभी जहरीली शराब से। कभी सफेदपोश नशे की हालत में पकड़ा जाता है तो कभी राजनेता। इस बार शराब के नशे में धुत्त संजय चौहान नामक व्यक्ति पकड़ा गया है, जो सत्तारुढ़ जनता दल यूनाइटेड का प्रदेश सचिव है। गोपालगंज जिले का रहने वाला संजय चौहान जदयू का जिलाध्यक्ष भी रह चुका है। अभी प्रदेश स्तर पर पार्टी का नेता है। संजय चौहान पर सत्ता और शराब दोनों का नशा है। शराब की नशे में जब वो पकड़ा गया तो उसने धमकाते हुए कहा कि सरकार हमारी है, सस्पेंड करवा देंगे।
स्टेशन के बाहर थाना से 100 मीटर की दूरी पर से’क्स रैकेट का खुलासा
यूपी से पीकर आ रहा था संजय
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संजय चौहान को गोपालगंज में मीरगंज थाना की पुलिस ने पकड़ा है। बताया जा रहा है कि वो यूपी से शराब पीकर अपने घर लौट रहा था। मीरगंज में एंटी लिकर टास्क फोर्स की टीम के हत्थे चढ़ गया। जब वो शराब की नशे की हालत में पकड़ा गया तो सत्ता का नशा भी हावी हो गया। धमकाते हुए कहा कि सबको सस्पेंड करवा दूंगा। पकड़ में आने के बाद उसने भागने की भी कोशिश की, लेकिन नाकाम रहा।
नीतीश सरकार पर विपक्ष का आरोप
शराब पीने के मामले में जदयू नेता का नाम सामने आने पर विपक्ष इसे सरकार का फेल्योर बता रहा है। भाजपा नेता, जो पहले से ही बिहार में शराबबंदी को ढ़कोसला बताते रहे हैं, उन्हें नया मौका मिल गया है। मुश्किल सीएम नीतीश कुमार के लिए भी है क्योंकि उन्होंने तो पार्टी से लेकर सरकारी कर्मियों तक को शराब नहीं पीने की शपथ बार बार दिलाई है। लेकिन बार बार यह शपथ कहीं न कहीं टूट ही जाती है।