इस वक्त की बड़ी खबर बिहार के राजनीतिक गलियारे से बड़ी खबर आ रही है। बिहार में सत्तारुढ़ जदयू को एक बड़ा झटका लगा है। जदयू के पूर्व सांसद मोनाजिर हसन ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के बाद उन्होंने जदयू पर कई बड़ा आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जदयू बस कुछ लोगों की पार्टी बनकर रह गई है। जदयू में 90% लोगों का दम घुट रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे भी घुटन महसूस हो रही थी। पार्टी के अंदर लगातार नजरंदाज किया जा रहा था। इसलिए मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया।
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“अपनी दिशा से भटक गई है JDU“
जदयू के पूर्व संसद मोनाजिर हसन ने इस्तीफे के बाद एक प्रेस कांफ्रेंस की। जिसमें उन्होंने जदयू से इस्तीफा देने की वजहों को बताया। साथ ही उन्होंने जदयू पर कई गंभीर आरोप भी लगाया। उन्होंने बताया कि अपने इस्तीफे की कॉपी को उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास भेज दिया है। उन्होंने कहा कि जदयू अपनी दिशा से भटक चुकी है। अब पार्टी के अंदर हम जैसे लोगों की जरूरत नहीं है। चंद लोगों के हाथों में पार्टी की बागडोर दे दी गयी है। वही बीजेपी का डर दिखाकर राजद मुस्लिमों का वोट ले रही है। लगातार यहां लोगों को नजर अंदाज किया जा रहा था। इसलिए मैंने पार्टी से इस्तीफा देने का निर्णय दिया।
मोनाजिर हसन सियासी सफर
बता दें कि मोनाजिर हसन पहले राजद में थे। जिसके बाद वो जदयू में शामिल हुए थे। जदयू के टिकट पर वो विधायक बने और नीतीश कुमार के मंत्रिमडल में भी उन्हें जगह मिली। 2009 में जदयू के टिकट पर ही वो बेगुसराय से सांसद चुने गए। 2014 में वो भाजपा में भी शामिल हुए लेकिन कुछ ही समय बाद जदयू में वापस लौट आए। लेकिन आज एकबार से उन्होंने जदयू से इस्तीफा दे दिया है।