विपक्ष में एकता की तैयारी के बीच ‘सरकार’ में सिर-फुटौव्वल की नौबत दिख रही है। भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी के सुर और स्वर दोनों बदले बदले दिख रहे हैं। एक पल वे अपने नेतृत्व की बात करते हैं तो दूसरे पल उनके समर्थक रूडी को भावी सीएम बनाने के नारे लगाते दिखते हैं। इस बीच राजीव प्रताप रूडी की भाषा और भाषण पर प्रशांत किशोर का असर दिख रहा है, जो बिहार का नेतृत्व कर रहे नेताओं पर सवाल उठाते हुए नया सत्ता केंद्र बनाने की बात करते हैं। प्रशांत किशोर लालू यादव और नीतीश कुमार पर एक भाव से हमलावर रहते हैं क्योंकि बिहार में पिछले 33 सालों से इन्हीं का राज है। बीच बीच में भाजपा पर भी बरसते रहते हैं, क्योंकि सत्ता की साझीदार वो भी रही है। कुछ ऐसी ही बात अब राजीव प्रताप रूडी कर रहे हैं।
राजीव प्रताप रूडी बने स्वघोषित CM, BJP के नेतृत्व के लिए ठोका दावा
रूडी ने क्या कहा
भाजपा सांसद Rajiv Pratap Rudy ने कुछ सवाल उठाए हैं। सवाल उठाते हुए रूडी ने पूछा है कि बिहार में आज भी अधिकतर लोग गरीबी रेखा के नीचे क्यों हैं? रूडी का दूसरा सवाल ये है कि बिहारी पूरे देश और पूरी दुनिया में आगे है तो बिहार पिछड़ा क्यों है? इन सवालों को उठाते हुए रूडी कहते हैं कि इन सवालों का जवाब राजनेताओं को देना चाहिए। रूडी ने आगे कहा कि नया परिवर्तन बिहार में होना है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर इस परिवर्तन का केंद्र राजीव प्रताप रूडी बनते हैं तो हम बढ़ते ही रहेंगे।
बयान का मतलब
सारण के मढ़ौरा राजीव प्रताप रूडी के दिए इस बयान के अलग अलग अर्थ लगाए जा रहे हैं। रूडी अपने बयान में बदलाव की बात कर रहे हैं। बदलाव की बात को तो भाजपा से जोड़कर देखा जा सकता है। लेकिन रूडी नेतृत्व में अपना नाम जोड़ रहे हैं तो इस बात को लेकर कन्फ्यूजन हो जाता है। क्योंकि रूडी सांसद हैं। बिहार भाजपा में उन्हें अभी जगह नहीं दी गई है। केंद्रीय मंत्री जरूर बनाया गया था लेकिन मोदी कार्यकाल के पहले ही टर्म में उन्हें बीच में ही मंत्री पद से हटा दिया गया था।
ऐसे में भाजपा उनके नेतृत्व में बिहार में बढ़ेगी, ऐसा कहना मुश्किल है। लेकिन रूडी के बयानों को सुनकर यह जरुर कहा जा सकता है कि वे प्रशांत किशोर की ही भाषा बोल रहे हैं। प्रशांत किशोर और राजीव प्रताप रूडी में समानता एक और ये है कि दोनों ही पिछले कुछ माह से बिहार के अलग अलग स्थानों पर यात्रा कर रहे हैं और मौजूदा सरकार के खिलाफ हमलावर हैं।