मणिपुर पिछले एक महीने से हिंसा के आग में जल रहा है। हिंसा को रोकने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए केंद्र सरकार एक्शन मोड में आ गई है। खुद गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। इसे दौरे के पीछे सबसे बड़ी वजह मणिपुर हिंसा की स्थितियों को समझते हुए आगे की कार्रवाई करने की ही है। अमित शाह ने हिंसा के मामले में जांच के लिए एक आयोग गठित करने की बात कही है। जिसकी अध्यक्षता हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे। साथ ही सीबीआई से हिंसा की 6 घटनाओं की जांच कराई जाएगी। अमित शाह ने साफ तौर पर कहा है कि दोषियों सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।
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केंद्र सरकार करेगी हिंसा प्रभावित लोगों की मदद
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा एक शांति समिति का भी गठन किया जाएगा। हिंसा से प्रभावित हुए परिवारों को भी सरकार के द्वारा सहायता पहुंचाई जाएगी। हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को केंद्र सरकार की तरफ से पांच लाख और राज्य सरकार की तरफ से पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। अमित शाह ने मणिपुर के लोगों से शांति बनाए रखने की भी अपील की है। उन्होंने कहा कि फिलहाल मणिपुर में हालत काबू में हैं इसलिए लोग किसी भी तरह के अफवाह पर ध्यान न दें।
हिंसा में 80 लोगों की मौत
बता दें कि 29 अप्रैल को हाईकोर्ट के एक फैसले के बाद मणिपुर में हिंसा शुरू हुई थी। दरअसल पूरा मामला दो समुदायों के बीच आरक्षण की मांग को लेकर जुड़ा हुआ है। मैती समुदाय के लोग जनजातीय आरक्षण की मांग कर रहे हैं। इसके खिलाफ राज्य के पहाड़ी इलाकों में ट्राइबल मार्च निकाला था। इसी दौरान हिंसा भड़क उठी। मणिपुर हिंसा में अबतक कुल 80 लोगों की मौत हो चुकी है। इस दौरान कई उग्रवादी संगठनों और सुरक्षा बलों के बीच भी मुठभेड़ की खबरें सामने आई हैं। जिसके बाद हालात को काबू में करने के लिए सरकार को सेना बुलानी पड़ी थी। फिलहाल हालात सेना और पुलिस के कंट्रोल में हैं।