बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी को थेथोराॅली का मास्टर बताते हुए कहा कि मिथ्या और झूठ के आंकड़े के सहारे भ्रम फैलाने की राजनीति और लालू फोबिया से ग्रसित होकर जिस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। दरअसल भाजपा ने लालू यादव के रेल मंत्री रहने के दौरान हुए रेल हादसों की सूची जारी की है। इसी को लेकर एजाज अहमद ने कहा कि वो बालासोर रेल दुर्घटना में केंद्र सरकार और रेल मंत्रालय की लापरवाही को छुपाने का जितना भी प्रयास कर ले, लेकिन देश की जनता यह जान चुकी है।
जनता के हितों और जान के साथ खिलवाड़ की जा रही है। सुरक्षा में कोताही बरती गई है उसके कारण ही इतनी बड़ी रेल दुर्घटना हुई और सैकड़ों लोगों की जाने गई । इस तरह की ह्दय विदारक घटना के बाद भी भाजपा के नेता इस मामले में रेलवे की गलती और लापरवाही से ध्यान भटकाने के लिए पूर्व के आंकड़ो का सहारा ले रहे हैं ,जो कहीं से भी उचित नहीं है। जबकि केंद्र सरकार ने दावा किया था कि रेलवे सुरक्षा कवच लगा दी गई है और अब दुर्घटना नही होगी पर ऐसा नही हुआ और इतनी बड़ी घटना हो गई और मोदी गलती मानने के जगह इसपर राजनीति कर रहे हैं।
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“लालू यादव ने किया था रेलवे जा कायाकल्प”
एजाज अहमद ने कहा कि रेल मंत्री रहते हुए लालू प्रसाद ने रेलवे को ₹90 हजिर करोड़ का मुनाफा दिया और आमजनों के हित में रेल किराए में कोई वृद्धि नहीं की, बल्कि हर वर्ष किराए में कमी की। उन्होंने कहा कि रेल मंत्री रहते हुए लालू प्रसाद ने रेलवे का जो कायाकल्प किया और जो विकास के कार्य किये उसे आजतक किसी और रेलमंत्री ने नहीं किया। स्पष्ट रूप से देश की जनता के हित में किराए में कमी की और रेलवे सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया। एजाज ने कहा कि इतनी बड़ी रेल दुर्घटना के बाद भी केंद्रीय रेल मंत्री के द्वारा नैतिकता के आधार पर इस्तीफा नहीं दिया जाना स्पष्ट करता है कि भाजपा की नजर में आम जनों के जान की कीमत की कोई परवाह नहीं है और उसे हर मामलों में राजनीति करने का फोबिया लगा हुआ है।
“इस्तीफा दें रेल मंत्री“
एजाज अहमद ने कहा कि पूर्व के रेल मंत्रियों ने रेल दुर्घटना पर इस्तीफा करके जो उदाहरण प्रस्तुत की है उसको अपनाने से भाजपा डर क्यों रही है? जहां एक ओर लाल बहादुर शास्त्री और नीतीश कुमार ने रेल दुर्घटना के बाद नैतिकता के आधार पर गलती स्वीकार करते हुए इस्तीफा देकर मिसाल और उदाहरण प्रस्तुत किया उसको भी सुशील मोदी स्वीकार करने से डर क्यों रहे हैं? उन्होंने आगे कहा कि भाजपा इस मामले पर राजनीति करने की जगह रेलमंत्री का इस्तीफा कराकर गलती को स्वीकार करे और रेलवे सुरक्षा कवच की झुठी बात के लिए देश से माफी मांगे, क्योंकि देश के सारे लोग इस दुर्घटना के बाद मर्माहत है