बिहार के भागलपुर में 1710 करोड़ की लागत से बना रहा पुल 14 महीने के ही दूसरी बार भरभरा कर गिर गया। इसको लेकर बिहार की राजनीति गर्म है बिहार में नीतीश कुमार के विरोधी उनसे इस्तीफे की मांग कर रहे । साथ ही पुल निर्माण में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगा रहे हैं. लोक जनशक्ति पार्टी(रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी नीतीश कुमार को जमकर खरी-खोंटी सुनाई है।
बना, गिरा, फिर बना, फिर गिरा अब आगे क्या? बिहार के पुल से जुड़े 5 बड़े सवाल
“सात निश्चय योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा“
चिराग पासवान ने नीतीश कुमार की भ्रष्टाचार पर नो टोलरेंस वाली छवि पर हमला बोला । उन्होंने कहा कि इस पुल का गिरना इस बात का प्रमाण है कि कैसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाक के निचे बिहार के बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाये जा रहे हैं। ये तो सिर्फ एक उदहारण है।नीतीश कुमार को देश के भ्रमण से फुर्सत मिले तो प्रदेश भर के भ्रमण पर निकले। तब उनको सच्चाई का पता चलेगा की अधिकांश ऐसे उदहारण मिलेंगे जिसमें भ्रष्टाचार हो रहा है लेकिन नीतीश कुमार की जानकारी में नहीं है। वैसे भी नीतीश कुमार तो हर बात पर यही कहते हैं कि उन्हें जानकारी नहीं है। नीतीश कुमार की सात निश्चय योजना पूरी की पूरी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है।
विपक्षी एकता पर तंज
नीतीश कुमार की विपक्षी एकजुटता वाली बैठक के स्थगित होने को लेकर भी चिराग पासवान ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि ये तो नीतीश कुमार ही बताएँगे की बैठक क्यों स्थगित हुई । यदि विपक्ष एकजुट होगा भी तो इनके साथ क्यों होगा? ऐसा क्या है इसके पास। क्या कह के ये एक जुट करेंगे। इनका नारा है कि प्रदेश में दिखा देख में भी दिखेगा तो क्या यही देश में दिखयेंगे की पुल कैसे गिरा? क्या ये देश में बिहार में जैसे भ्रष्टाचार और अपराध बढ़ रहा है वो दिखायेंगे? क्या दूसरे राज्य के नेता नीतीश कुमार से यही सिखने आएंगे कि बताईये कैसे बिहार में भ्रष्टाचार और अपराध बढ़ा रहे हैं। हम भी अपने राज्य में जाकर बढ़ाएंगे।
“नीतीश हैं जवाबदेह”
चिराग पासवान ने ये भी कहा कि यदि नीतीश कुमार से बिहार नहीं संभल रहा है। उन्हें देश के दौरे से फुर्सत नहीं है तो उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। नीतीश कुमार अपने आप को इंजीनियर कहते हैं। यदि इनके इंजिनियर होते भी बिहार का पुल बनने के दौरान ही गिर जा रहा है, इसकी जवाबदेह कौन है?
“अकेले ही सारे फैसले करते है नीतीश”
चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के जातीय जनगणना, शराबबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि नीतीश कुमार अकेले सारे फैसले लेते हैं। उनके तमाम फैसले धराशाही हुए हैं। आखिर क्यों जतिगत जनगणना पर रोक लगी? हम लोग कहते रहे कि सर्वदलीय बैठक कर लें। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। शराबबंदी कानून को लेकर हमलोग बार-बार बोल रहे की समीक्षा बैठक होनी चाहिए। लेकिन ये भी नहीं हो रहा है। आखिर क्यों जहरीली शराब से लोगों की मौत हो रही है? गृह मंत्री भी वही है, मुख्यमंत्री भी वही हैं, निर्णय भी वहीं लेंगे तो उनकी भी जवाबदेहि बनती है।