पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपनी पार्टी के विधायकों के साथ सीएम नीतीश कुमार से मिले हैं। पिछले कई दिनों से बगावती राह पर दिख रहे जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद कहा कि सब ठीकठाक है। उनकी पार्टी नीतीश कुमार के साथ है और आगे भी रहेगी। यही नहीं मांझी ने सीट शेयरिंग के मुद्दे पर भी नरमी दिखाई है। अब तक पांच सीटें मांग रहे मांझी ने कहा कि “चार और पांच सीट की मांग हम नहीं करते हैं। हमलोग सब एक बार बैठेंगे। उसमें तय करेंगे कि किसको कितनी सीट मिलनी चाहिए। किसी को एक या चार सीट भी हो सकती है, नहीं भी हो सकती है। राज्यसभा या काउंसिल टिकट भी हो सकता है।”
राजगीर कन्वेंशन में गरम दिखे थे मांझी
नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद जिस टोन में मांझी दिख रहे हैं, वो तीन हफ्ते पहले तक नहीं था। मई माह में राजगीर के कन्वेंशन हॉल में हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय परिषद सम्मेलन में मांझी ने कहा था कि नीतीश कुमार ने उनकी पार्टी के साथ अच्छा नहीं किया है। कमी रह गई है। पहले दो विभाग थे। अब एक विभाग वापस ले लिया है। हमारी मांग है कि हमारा विभाग हमें लौटा दिया जाए। यही नहीं जीतन राम मांझी ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के साथ रहने की हमने कसम खाई है। लेकिन राजनीति में कसम नहीं होती है।
समन्वय समिति बनाने की मांग उठाई थी
राजगीर में मांझी एक बार फिर अपनी पुरानी मांग पर लौट आए थे। उन्होंने कहा था कि महागठबंधन में समन्वय समिति होनी चाहिए। बिना कमेटी निर्णय गलत हो रहे हैं। शिक्षकों की नियुक्ति के मामले में मांझी ने कहा था कि यह गलत हुआ है। हम गठबंधन में हैं इसलिए चुप हैं। उन्होंने कहा कि बीएड, एसटीईटी, टीईटी,एमएड पास अभ्यर्थी की नियुक्ति तो बिना परीक्षा के होनी चाहिए थी। ऐसे अभ्यर्थियों की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। लेकिन अब मांझी शांत हैं। अपने विधायको को मिलवाने सीएम के पास पहुंचे थे। इस दौरान हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संतोष कुमार सुमन, टिकारी विधायक डॉक्टर अनिल कुमार, बाराचट्टी विधायक ज्योति मांझी, प्रदेश अध्यक्ष सह सिकंदरा विधायक प्रफुल्ल मांझी, पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव राजेश पांडेय साथ रहे।