HAZARIBAGH: प्रचण्ड गर्मी से जहां लोगों का जीना मुहाल हो रहा है। अन्य जिलों की तरह झारखंड के हजारीबाग में ध्वस्त विद्युत आपूर्ति से जनजीवन बुरी तरह प्राभावित है। इसे लेकर बुधवार को हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल ने बिजली विभाग के जीएम कार्यालय परिसर में धरना प्रदर्शन किया। जिसमें हजारीबाग विधायक ने बिजली विभाग को अल्टीमेटम दिया और 25 जून तक बिजली कटौती सुधारने को कहा। साथ ही कहा कि सप्लाई नहीं तो मेन स्विच करेंगे ऑफ़। इस दौरान हजारीबाग वासियों का गुस्सा जनाक्रोश के रूप में देखने को मिला। लोगों ने बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लोगों ने कहा हर जोर जुल्म के टक्कर में, संघर्ष हमारा नारा है, हेमंत सोरेन होश में आओ, बिजली विभाग हाय- हाय का नारा जमकर बुलंद किया। बिजली विभाग के खिलाफ हाथों में स्लोगन लिखा तख्ती लेकर विरोध जता रहे थे।
जीएम को सौंपा ज्ञापन
धरने के बाद विधायक मनीष जायसवाल ने बिजली विभाग के जीएम अशोक कुमार सिन्हा को एक ज्ञापन भी सौंपा। जिसमें बिजली समस्याओं का जिक्र करते हुए यथाशीघ्र इसे ठीक करने का आग्रह किया। ज्ञापन सौंपने के क्रम में विधायक मनीष जायसवाल और पूर्व विधायक मनोज यादव ने बिजली विभाग के जीएम से कई सवाल भी किए जिसमें वे चुप्पी साध लिए ।
अन्य समस्याओं पर जमकर बरसे
विधायक मनीष जायसवाल ने ग्रीष्म काल में भी विद्युत आपूर्ति 24 घंटे में मार्च 10- 12 घंटे दिए जाने, ट्रांसफार्मर जलने के पश्चात पुनः ट्रांसफार्मर मिलने में महीनों का समय लगने, विगत कई वर्षों पूर्व लगे जर्जर हो चुके तारों को बदलने के कार्य में लगातार अनदेखी किए जाने, शहर के विभिन्न इलाकों में बस रहे नए मोहल्लों को विद्युत आपूर्ति की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाने, बिजली बिल नहीं मिलने पर उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है। कई गांवों में एक ही व्यक्ति के नाम पर दो बिजली बिल निर्गत कर लोगों का भयादोहन और दो बिलों की वसूली किए जाने का मामला भी है।
करेंगे चरणबद्ध आंदोलन
विधायक मनीष जायसवाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा की धरना तो महज विभाग और सरकार के खिलाफ आंदोलन की एक शुरुआत है। अगर जल्द स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो चरणबद्ध उग्र जन आंदोलन को बाध्य होंगे। आपको लालटेन एवं मोमबत्ती भेंटकर जैसे आमजन बिजली के बिना काम करने को मजबूर होते हैं वैसे ही आपको भी कार्य निष्पादन के लिए मजबूर करेंगे। पहले भी बिजली की गंभीर समस्या हुई थी तो हजारीबाग बंदी का ऐलान हमने किया था। जिसके बाद बिजली में व्यापक सुधार हुआ और हम लोगों ने हजारीबाग बंदी को वापस लिया था। विधानसभा क्षेत्र में करीब 22 ट्रांसफार्मर जले हुए हैं जो अधिकतर 25 केवीए के ट्रांसफार्मर है और इसके लिए कई एक बार बिजली अधिकारियों को इत्तला करने के बावजूद इन ट्रांसफार्मरों को बदला नहीं गया
जनता करेगी स्विच ऑफ
ट्रांसफार्मर जलने के बाद अगर 1 दिन में ट्रांसफार्मर नहीं बदला जाता है तो आपके भी ट्रांसफार्मर का स्विच ऑफ जनता करेगी। थोड़ा सा आंधी तूफान या बारिश होने के बाद बिजली कटौती आम हो जाती है। मीटर रीडिंग के मामले में भी बिल में बढ़ोतरी देखी जा रही है। साल 2014 से पहले बिजली की दयनीय स्थिति और बदहाली किसी से छुपी नहीं है। जब ट्रांसफार्मर जलने पर हड़िया पीछे चंदा वसूल कर विभागीय अधिकारियों को दिया जाता था। तब ट्रांसफार्मर मिलता था। साल 2014 में सत्ता परिवर्तित हुई और रघुवर सरकार सत्ता पर काबिज हुई जिसके बाद बिजली की स्थिति में व्यापक बदलाव आया। साल 2019 में सत्ता से भाजपा के जाते ही महागठबंधन की सरकार बनी और इस सरकार में बिजली की स्थिति विकराल रूप ले रही है।
राहत नहीं आफत है बिजली विभाग
बरही के पूर्व विधायक मनोज यादव ने कहा कि बिजली विभाग राहत नहीं आफत देने का काम करती है। बिजली विभाग के रवैए से जनजीवन त्रस्त और परेशान है। उन्होंने कहा कि हम संस्कारवान लोग हैं और भारतीय जनता पार्टी अनुशासित पार्टी है। हमारे धरने को हल्के में ना लें नहीं तो हम सिर्फ धरना ही नहीं देते जरूरत पर धरने भी जानते हैं।
ये रहे मौजूद
भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमरदीप यादव, एससी मोर्चा के अध्यक्ष महेंद्र राम बिहारी, भैया अभिमन्यु प्रसाद, हरीश श्रीवास्तव, मुनींद्र शर्मा, शंकर लाल गुप्ता, अनिल मिश्रा, रीतलाल यादव, ओबीसी मोर्चा जिला अध्यक्ष अजीत चंद्रवंशी, अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष तनवीर अहमद, बटेश्वर प्रसाद मेहता, सुदेश चंद्रवंशी, मैंगो मैन मनोज गुप्ता, कटकमदाग जिप सदस्य जीतन राम, अर्जुन सोनी, युवा अधिवक्ता इंद्र कुमार पंडित, विशाल वाल्मिकी, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष रेणुका कुमारी, सरफराज हैदर सहित अन्य लोगों ने भी सम्बोधित किया। धरने के दौरान मंच का संचालन सदर विधायक मनीष जायसवाल के सदर विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि दिनेश सिंह राठौर ने किया।