विपक्षी बैठक के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेस में जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम सभी का यहां जमा होना सबसे बड़ी कामयाबी है। हमारे डेमोक्रेसी पर अटैक हो रहा है और उसकी लैबोरेटरी कश्मीर है। नेहरु के मुल्क के साथ हमने हाथ मिलाया था, वही आइडिया ऑफ इंडिया था। अल्पसंख्यकों को आज टारगेट किया जा रहा है। हमारे पास सीटें जरुर कम है, लेकिन हम पूरा सपोर्ट करेंगे। हमारी कोशिश यही है कि गांधी के मुल्क को गोडसे का मुल्क बनने नहीं देंगे। वहीं उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इतने लोगों का जमावड़ा बहुत बड़ी बात है। पूरे देश के दलों ने इसमें हिस्सा लिया है। हमारी लड़ाई उसूलों और विचारधारा की है। यह मुल्क को बचाने की लड़ाई है। हम मिले हैं इस देश को बरबादी से बचाने के लिए। हम डेमोक्रेसी को फिर से कायम करना चाहते हैं।