RANCHI : पटना में शुक्रवार को विपक्ष की बैठक हुई। जिसमें बंगाल की सीएम समेत कई राज्यों के सीएम शामिल हुए। इसके बाद झारखंड में विपक्ष के नेता व पूर्व सीएम बीजेपी के बाबूलाल मरांडी ने ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट किया है। जिसमें लिखा है कि ‘मुझे आश्चर्य होता है कि देश में कैसे कैसे लोग लोकतंत्र बचाने के नाम पर अपनी दुकान चला रहे हैं। इसी में हैं ममता बनर्जी। पश्चिम बंगाल को तुष्टिकरण का लेबोरेटरी बनाने वाली ममता बनर्जी के शासनकाल को इतिहास में भयंकर लूटमार और हिंसा के लिए याद किया जाएगा। जिस राज्य में एक छोटा से छोटा चुनाव भी हिंसा, खून खराबे के बिना नहीं हो सकता, जहां की पुलिस हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को नहीं रोक पा रही हो, जहां केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती के बिना शांतिपूर्ण मतदान नहीं हो सकता, वहां की मुखिया भी लोकतंत्र बचाने निकल पड़ी हैं। यह सब आडंबरी, पाखंडी, ढोंगी लोग हैं।
बीजेपी के विरोध में हुई बैठक
बताते चलें कि पटना में हुई बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के अलावा कई राज्यों के सीएम शामिल हुए। इस दौरान आने वाले चुनावों को लेकर रणनीति पर चर्चा हुई। वहीं बीजेपी के विरोध में सभी ने मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी सकारात्मक दिखी। बैठक के बाद उन्होंने कहा था कि जो बैठक हुई है, वो बेहतर माहौल में हुई है। पटना में मीटिंग करने को मैंने ही बोला था। दिल्ली की बैठकों का नतीजा नहीं निकलता। बिहार से जन आंदोलन खड़ा होता है। आज की बैठक में तीन बातों पर निर्णय हुआ है। पहली बात ये है कि हम एक हैं। दूसरी बात ये है कि हम एक साथ लड़ेंगे। तीसरी बात ये है कि हमें भाजपा की तानाशाही के खिलाफ लड़ना है। राज्यों में राजभवन को वैकल्पिक सरकार की तरह ट्रीट किया जा रहा है। केंद्रीय एजेंसियों का डर दिखाते हैं। अगर अगले चुनाव में भाजपा जीत गई तो अगली बार ये लोग चुनाव ही नहीं कराएंगे।