महागठबंधन से अलग होकर एनडीए में शामिल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के तेवर तल्ख होते जा रहा हैं। पार्टी को धारदार बनाने के लिए आज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन के नेतृत्व में जिला अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में आगे की रणनीतियों पर चर्चा हुई। राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन ने कहा कि हर बूथ पर पार्टी के 5 सक्रिय कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे। साथ ही नीतीश सरकार की नीतियों के खिलाफ 15 जुलाई से हम पार्टी के कार्यकर्ता सड़क पर जन आंदोलन करेंगे।
नीतीश कुमार के विचार बदल गए
संतोष सुमन ने कहा कि जब महागठबंधन से हम अलग हुए तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जदयू कोटे के एक विधायक को मंत्री का शपथ दिलवा दिए, लेकिन आज भी कांग्रेस कोटे के विधायकों को मंत्री नहीं बनाए। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा करनी पड़ी। संतोष कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार जब एनडीए में थे तब उनकी नीतियां बेहतर होती थी, लेकिन आज जब महागठबंधन में है तो वह दबाव में सरकार चला रहे हैं। महागठबंधन में नीतीश कुमार आए तो हमने कहा था कि जिन विचारों को लेकर आप लड़ते हैं उस लिहाज से यह महागठबंधन आपके लिए ठीक नहीं है। इस पर उन्होंने कहा था कि हम सब मिलकर चलेंगे। हम अपने हिसाब से काम करेंगे। हम पर कोई भी गठबंधन हावी नहीं हो सकता।
नीतीश कुमार को गलत जानकारियां दी गईं
संतोष सुमन ने कहा कि सभी सीटों पर तैयारी कर रहे हैं। गठबंधन किसी से होगा तो उस सहयोगी दल को भी मदद करेंगे। सीट कितनी मिलेगी वो अलग बात है। अभी संगठन को मजबूत करना है। इसके लिए 15 जुलाई से गरीब संपर्क यात्रा पर निकलेंगे। संतोष सुमन ने कहा कि नीतीश कुमार के लिए सहानुभूति है। नीतीश कुमार के खिलाफ कभी नहीं बोले, लेकिन नीतीश के आस पास जो लोग हैं वह नहीं चाहते हैं कि नीतीश कुमार आगे बढ़ें और बिहार का विकास हो। इन्हीं लोगों के दबाव में नीतीश कुमार हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हमारी पार्टी मजबूत हो रही थी इसलिए नीतीश कुमार के आस पास के लोगों ने उनको हम लोगों के बारे में गलत जानकारियां दीं। हम लोगों से कहा गया कि जेडीयू में अपनी पार्टी का विलय कीजिए। हम लोगों ने नहीं किया और महागठबंधन से अलग हो गए।