राजनीति में कौन किसके साथ है और कौन किस पाले में कब चला जायेगा ये शायद किसी को पता नहीं होता। ठीक कुछ ऐसा ही महाराष्ट्र में हुआ है। महाराष्ट्र में हुए इस सियासी घटना के बाद बिहार, यूपी समेत कई अन्य राज्यों में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। दावा किया जा रहा है कि जल्द ही बिहार और यूपी से कई विपक्षी पार्टियां और उनके नेता एनडीए में शामिल हो सकती हैं। अगर ऐसा होता है तो लोकसभा चुनाव से पहले ही विपक्ष को एक बड़ा झटका लगेगा। आईए जानते हैं बीजेपी कहां-कहां संभावनाएं तलाश रही है।
बिहार BJP के नेता दे रहे सियासी उलटफेर के संकेत
महाराष्ट्र में शरद पवार जैसे राजनीति के दिग्गज को करारा झटका देने के बाद बिहार बीजेपी नेताओं को लगने लगा है कि वे बिहार में भी कोई बड़ा दांव चल सकते हैं। भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने भी कुछ इसी तरह संकेत देते नजर नजर आएं हैं। लोजपा (रामविलास) सुप्रीमो और सांसद चिराग पासवान ने भी दावा किया है कि जल्द ही महागठबंधन की सरकार टूट सकती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी के कई विधायक और सांसद हमारे संपर्क में है। वहीं वर्तमान राजनीतिक स्थिति को भांपते हुए बिहार में मिलना- जुलना जारी है। नीतीश कुमार, लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी पूरी तरह सतर्क हो गए हैं।
राजभर-निषाद के दावों ने यूपी में सियासी हलचल बढ़ा दी
उत्तर प्रदेश में सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर के दावे ने राज्य में सियासी हलचल बढ़ा दी है। उन्होंने कहा है कि समाजवादी पार्टी के कई विधायक हमारे संपर्क में हैं। ओम प्रकाश राजभर का दावा है, “सपा भी जल्द टूटेगी। सपा टूटने के कगार पर है। सपा के बहुत सारे नेता और विधायक हमारे साथ हैं। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री संजय निषाद ने भी यूपी में बड़े उलटफेर के संकेत दिए हैं। कहा कि पिछड़ों, दलितों और किसानों के मुद्दों को हम हल कर रहे हैं। इसलिए शिवपाल यादव भी बीजेपी में आएंगे। वहीं विधानसभा चुनाव में सपा के साथ गठबंधन में आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी की राहें भी अलग दिख रही है। ऐसी रिपोर्ट आ रही हैं कि होने वाले मौदी के विस्तार में जयंत मंत्री बनाए जा सकते हैं। हालांकि, जयंत ने मुस्कराते हुए इसे खारिज किया है।
कांग्रेस भी हो गई सतर्क
महाराष्ट्र में एनसीपी से अजित पवार समेत कई महत्वपूर्ण नेताओं ने बगावत कर ली। इस बदले राजनीतिक समीकरणों ने कांग्रेस शासित प्रदेशों में भी सियासी हलचल बढ़ा दी है। महाराष्ट्र में इस बड़ी टूट के बाद कांग्रेस के भी कान खड़े हो गए हैं। खतरे को भांपते हुए कांग्रेस सतर्क हो चुकी है। कांग्रेस अपने प्रदेशों में विधायकों को सुरक्षित रखने की कवायद में जुट गई है। खासकर राजस्थान, हिमाचल और मध्य प्रदेश में।
बढ़ने वाली है जांच एजेंसियों की सक्रियता?
अजीत पवार के बगावत और महाराष्ट्र में सियासी भूचाल के बाद बीजेपी का ऑपरेशन लोटस एक बार फिर चर्चा में आ गया है। माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल से लेकर महाराष्ट्र, बिहार, हरियाणा, कर्नाटका, राजस्थान, तमिलनाडु में केंद्रीय जांच एजेंसियों की सक्रियता बढ़ने वाली है। इसी बीच लैंड फॉर जॉब मामले में लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ाने वाली खबर भी सामने आ गई है। सीबीआई ने दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी है। चार्जशीट में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी देवी सहित कई लोगों को आरोपी बना