शिक्षा विभाग की कमान संभालते ही के के पाठक एक्शन में आ गए है। शिक्षकों के लिए कई नए-नए नियम लागू किए गए है। कई नियमों को लेकर सरकार के कई मंत्री उनपें हमलावर भी रहे है। यहां तक की उन्हें शिक्षा विभाग से बर्खास्त करने की मांग की गई। इसके बावजूद भी के के पाठक अपने फैसले नहीं बदले। इसी कड़ी में केके पाठक ने एक नया फरमान जारी किया है। के के पाठक ने स्कूल अवधि में शिक्षकों को फोन यूज करने पर पाबंदी लगा दी है। इसे सख्ती से लागू करने का फरमान जारी किया है। बहुत जरुरी हो तो ही शिक्षक कॉल कर सकते है।
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बेहद जरुरी काम होने पर कॉल में मिलेगी छूट
शिक्षा विभाग ने स्कूल अवधि में शिक्षकों की वाट्सएप व अन्य चैटिंग पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। इसके साथ ही शिक्षकों के शॉर्ट वीडियो और रील्स बनाने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। शैक्षणिक गतिविधियों के लिए और बेहद जरूरी काम होने पर कॉल में छूट दी गई है। इसको लेकर केके पाठक ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को इस आदेश को सख्ती से लागू करने को कहा है। शिक्षा विभाग का कहना है कि अधिकांश शिक्षक शैक्षणिक गतिविधियों के दौरान अपने फोन पर वाट्सएप चैटिंग और दूसरी गतिविधियों में लिप्त रहते हैं। इससे पठन-पाठन पर काफी प्रभाव पड़ता है। इस तरह की रिपोर्ट मिलने के बाद यह कदम उठाया गया है।