आज बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र का दूसरा दिन था। दूसरे दिन भी विधानसभा में तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग को लेकर जमकर हंगामा हुआ। बता दें कि लैंड फॉर जॉब घोटाला मामले में तेजस्वी यादव का नाम चार्जशीट में दर्ज कर लिया गया है। इसके बाद ही से विपक्ष में बैठी भाजपा उनसे इस्तीफे की मांग कर रही है। विधानसभा के वेल में घुसकर आज भाजपा विधायकों ने हंगामा किया। जिसके बाद विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। उधर विधान परिषद में शिक्षक बहाली के मुद्दे पर हंगामा हुआ और कार्यवाही स्थगित हो गई। दोनों सदनों की कार्रवाई स्थगित होने को लेकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, भाजपा पर जमकर हमलावर हुए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा को बिहार के विकास की चिंता नहीं है। इसलिए वो लगातार सदन की कार्रवाई को बाधित कर रहे हैं। केवल हंगामा करना इनका काम रह गया है।
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“जांच एजेसिंयों का हो रहा दुरुपयोग”
तेजस्वी यादव ने चार्जशीट में नाम आने को भाजपा का साजिश बताया। उन्होंने कहा कि जिस दिन से महागठबंधन की सरकार बनी थी उसी दिन हमलोगों ने कहा था कि भाजपा जांच एजेसिंयों का दुरुपयोग करना शुरू करेगी और हम पर भी कार्रवाई होगी। क्योंकि भाजपा को 2024 का डर लगा हुआ है। विपक्षी दलों की बैठक से भाजपा के लोग इतने घबराए हुए हैं उन्हें कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि वे क्या करे? अब जाने वाली हैं। यह जनता की मांग भी है। हम निशाने पर कब नहीं थे। किस बात के लिए एफआईआर की बात ये लोग करते हैं। 9 नवम्बर 1989 में तो मेरा जन्म ही हुआ था। 2004 में मेरी क्या उम्र होगी जब का यह मामला है।
“भारतीय झूठा पार्टी पर लगेगा ताला”
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि “हमने कौन सा अपराध किया जिस पर आप भ्रष्टाचारी कह रहे हैं? कुछ दिन पहले छगन भुजबल पर चार्जशीट हई, जेल में रहकर आए और अब भाजपा उनको माला पहना रही है। भाजपा वॉशिंग मशीन है। इनका पाउडर खत्म हो रहा है और मैन्युफैक्चरिंग बंद हो जाएगी। भाजपा छूठ बोलने की फैक्ट्री, होलसेलर, डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी है। ‘भारतीय झूठा पार्टी’ पर ताला लगाने वाला है”
शिक्षक भर्ती पर भी बोले तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने शिक्षक बहाली को लेकर हुए हंगामें पर भी पानी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि “जहां तक शिक्षकों की बात है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी इस मामले को खुद देख रहे हैं। जो भी शिक्षक नेता है उनकों बुलाकर खुद सीएम नीतीश कुमार बात करेंगे। यह कितनी अच्छी पहल है। जबकि एक देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं जिनके पास किसानों और पहलवानों से मिलने की भी फुर्सत नहीं है। लेकिन बिहार में माहौल अलग है शिक्षकों को बुलाकर उनकी राय ली जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद इन शिक्षकों से मिलेंगे। हमारी सरकार लगातार लोगों को रोजगार दे रही है। अब जल्द ही हेल्थ डिपार्टमेंट में हेल्ड कैडर लाने जा रही हैं। इन सभी बातों से तो बीजेपी को कोई लेना देना ही नहीं है।”