[Team insider] बेंगलुरु में बंधक बनी पूर्वी सिंहभूम के पोटका प्रखंड के छह युवतियां को मुक्त कराया गया। कौशल विकास केंद्र डिमना से प्रशिक्षण लेने के बाद छह युवतियां बेंगलुरु स्थित एक वस्त्र उद्योग में सिलाई-कढ़ाई का काम करने गयी थी। वहां पहुंचने पर सभी को काम पर लगा दिया गया। लेकिन, जिस तरह की सुविधा देने की बात कही गयी थी, वैसी नहीं दी गई।
बंधक बनाकर रखा गया था
युवतियां साथ अच्छा व्यवहार भी नहीं किया जा रहा था। उन्हें न तो सही तरह से रहने की सुविधा दी गयी और न ही खाने की सुविधा ही। वार्डेन से शिकायत करने पर वार्डेन द्वारा मारपीट की धमकी दी जाती थी। वे लोग घर लौटना चाहती थी, लेकिन आने नहीं दिया जा रहा था। उन्हें बंधक बनाकर रखा गया था।
मुख्यमंत्री के संज्ञान के बाद घर वापसी
युवतियों ने मामले की जानकारी कौशल विकास केंद्र डिमना को देने के साथ घर वापसी के लिए मुख्यमंत्री और स्थानीय विधायक से गुहार लगायी। मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला आते ही श्रम विभाग और पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त को यथाशीघ्र युवतियों के सुरक्षित वापसी का आदेश दिया गया। इसके उपरांत श्रम विभाग ने सक्रियता के साथ सभी के घर वापसी का मार्ग प्रशस्त किया।