बिहार में जल्द ही कैबिनेट विस्तार होने वाला है। जिसमें दो कांग्रेस और दो राजद के नेता कैबिनेट में शामिल होने वाले है। जिसको लेकर कांग्रेस की सक्रियता काफी बढ़ गई है। वहीं शुक्रवार को बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह और विधायक दल के नेता डॉक्टर शकील अहमद ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात की। तीनों की मुलाकात एक बन्द कमरे में हुई। जो काफी लम्बी चली। तीनों की मुलाकात की वजह क्या है अभी तक इसको लेकर कोई जानकारी निकलकर सामने नहीं आई है। लेकिन इसको लेकर कई तरह की आशंका जताई जा रही है। माना जा रहा है कि कैबिनेट में अपनी भागीदारी को लेकर कांग्रेसी नेताओं ने उपमुख्यमंत्री के सामने अपना पक्ष रखा था।
मुहर्रम को लेकर पुलिस प्रशासन हुआ अलर्ट, बिना लाइसेंस नहीं निकलेगा जुलूस
“नीतीश कुमार से मुलाकात नहीं हुई”
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास का भी कल बिहार दौरा था। उनके आगमन के बाद यह कयास लगाया जा रहा था, कि कैबिनेट विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करेंगे। हालांकि ऐसा हुआ नहीं और भक्त चरण दास प्रदेस प्रभारी सदाकत आश्रम में पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद दिल्ली वापस लौट गए।
दिल्ली लौटने से पहले प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने पत्रकारों से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी नीतीश से मुलाकात नहीं हुई ना ही मंत्रिमंडल के विस्तार पर कोई चर्चा नहीं हुई है। मैं तो कांग्रेस द्वारा आयोजित मछुआरा सम्मेलन में शामिल होने आया था। ना की नीतीश कुमार से मुलाकात करने, और ना ही नीतीश कुमार से मिलने का कोई प्लान है। शुक्रवार को मैंने नीतीश कुमार को फोन कर उनका हाल चाल जाना था लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार पर कोई बात नहीं हुई। इस दौरान कैबिनेट विस्तार को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब तक ये तय नहीं कर पाई थी कि उसके कोटे से कौन नये मंत्री बनेंगे। अभी भी मोटा-मोटी नाम तय हुआ है।