विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी वीरांगना फूलन देवी की शहादत दिवस 25 जुलाई से ‘निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा’ पर निकलेंगे। मुकेश शहनी 100 दिनों की इस यात्रा में उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के 80 जिलों में पहुंचेंगे। इसकी घोषणा सहनी ने रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता में की। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान लोगों को निषाद आरक्षण का संकल्प दिलाया जाएगा।
आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं
‘सन ऑफ मल्लाह’ के नाम से चर्चित सहनी ने कहा कि बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश में निषाद ने ठाना है। आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं, गठबंधन नहीं तो वोट नहीं। इसी नारों के साथ यह यात्रा गांव-गांव, घर-घर तक पहुंचेगी। वीआईपी के कार्यकर्ता इस 100 दिन जिला, प्रखंड में छोटे-छोटे यात्राओं के माध्यम से गांव-गांव पहुंचेंगे और सभी घरों में जाकर लोगों को निषाद आरक्षण का संकल्प दिलवाएंगे। यह यात्रा पटना से शुरू होगी। यात्रा का समापन चार नवंबर को होगी।
शोषित, वंचित, गरीब को सम्मान दिलाने का लक्ष्य
सहनी ने कहा कि उनकी महत्वकांक्षा कभी भी सांसद, विधायक बनने की नहीं रही। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि उनका जन्म बिहार के गरीब परिवार में हुआ और संघर्ष कर मुंबई पहुंच गए। मुंबई में सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन अपनी जन्मभूमि को भूल नहीं पाये और बिहार के लिए कुछ करने की ठान ली। बिहार में राजनीति कर सत्ता तक पहुंचने नहीं आए हैं। मेरा लक्ष्य बिहार में उन शोषित, वंचित, गरीब को मान सम्मान दिलाने की है जो विकास में पीछे छूट गए हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोग यह भूलकर जाते हैं हैं सत्ता आती और जाती रहती है, लेकिन उनके द्वारा किए गए कार्यों का ही उल्लेख ही बाद में होता है। प्रेस वार्ता में अर्जुन सहनी, बालगोविंद बिंद, बद्री पुरवे, विज्ञान स्वरूप सिंह, बैद्यनाथ सहनी, देव ज्योति उपस्थित रहे।