शिक्षा विभाग की कमान संभालते ही के के पाठक पूरी तरह एक्शन में दिख रहे है। हर रोज नए फरमान जारी कर रहे है, और उसे सख्ती से पालन करने के निर्देश भी दे रहे है। किसी तरह की कौतूहल बरतने पर सख्ती के साथ कड़ा रुख अपना कर कार्रवाई कर रहे है। उनके पद संभालने के बाद से ही शिक्षकों में खौफ है। अक्सर स्कूल से नदारद रहने वाले शिक्षक भी टाइम पर स्कूल आ जा रहे है। हालांकि कुछ शिक्षकों ने के के पाठक द्वारा लगाए गए नियम को गंभीरता से न लिया, जिसकी भारी कीमत शिक्षक को चुकानी पड़ी। स्कूल कॉलेजों में बिना छुट्टी लिए गाएब रहने वाले शिक्षकों की सैलरी में कटौती के आदेश जारी किए गए है।
स्कूल कॉलेजों में लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। जिसमें स्कूल और कॉलेजों से गायब रहने वाले शिक्षकों की सैलरी में कटौती की गई है। यूनिवर्सिटी से मिली निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर शिक्षा विभाग ने 64 अंगीभूत और डिग्री कॉलेजों के 731 शिक्षकों समेत 23 कर्मचारियो का वेतन काटने का आदेश दिया है। वहीं बिना छुट्टी लिए स्कूल से नदारद रहने वाले 251 शिक्षकों के वेतन काटने का भी आदेश जारी किया गया है। सभी शिक्षक 26 जुलाई को बिना जानकरी दिए स्कूलों से गायब थे। वहीं शिक्षा विभाग ने DEO को 1 अगस्त से सभी स्कूलों में निरीक्षण अभियान को तेज करने का निर्देश दिया है।