आगामी लोकसभा चुनाव में बिहार की हर लोकसभा सीट पर एनडीए और I.N.D.I.A. की बारीक नजर है। बिहार में कुल 40 सीटें हैं। 2019 के चुनाव के नतीजों के मुताबिक 17 सीटें भाजपा के पास हैं। जबकि भाजपा के सहयोगी लोजपा के दोनों गुटों को मिलाकर 6 सीटें हैं। वहीं एनडीए के खिलाफ I.N.D.I.A. के दलों में जदयू के पास 16 और कांग्रेस के पास एक सीट है। लेकिन आने वाले चुनाव में दोनों गठबंधन स्थितियों पर पूरा कंट्रोल चाहेंगे। इसी कवायद में एनडीए ने हर उस सीट को सेफ सीट बनाने की कोशिश शुरू की है, जहां थोड़ी भी परेशानी है। बेगूसराय, मुंगेर और नवादा तीन सीटें ऐसी हैं, जहां उम्मीदवार ढूंढ़ना भाजपा के लिए टेढ़ी खीर रहा है। लेकिन इस बार यह चूक नहीं होगी।
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बेगूसराय से हटेंगे गिरिराज, पर मुंगेर में टिकट पक्का!
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपना तीसरा लोकसभा चुनाव भी लड़ेंगे, इतना तय माना जा रहा है। 2014 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ने वाले गिरिराज सिंह नवादा से जीते थे। 2019 में भाजपा ने उन्हें बेगूसराय शिफ्ट कर दिया। बेगूसराय से 2024 में उनके टिकट कटने की खबरें आ रही थीं, जो आंशिक रूप से सही भी लग रही हैं। क्योंकि बताया यह जा रहा है कि बेगूसराय से गिरिराज सिंह को शिफ्ट कर मुंगेर से चुनाव लड़ाया जाएगा। मुंगेर से I.N.D.I.A. की ओर से जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का लड़ना लगभग तय है। ऐसे में हर हाल में ललन सिंह को चुनावी मैदान में पटखनी देने के लिए गिरिराज सिंह जैसे नेता को भाजपा ने भेजने का मन बनाया है। ऐसा करने से बड़ा फायदा यह भी होगा कि I.N.D.I.A. के बड़े नेताओं को ललन सिंह की सीट बचाने के लिए मेहनत अधिक करनी होगी। हालांकि इतिहास गवाह रहा है कि भाजपा के सपोर्ट के बिना पिछले तीन चुनावों में वहां से कोई सांसद नहीं बना है।
बेगूसराय में राकेश सिन्हा की इंट्री
बिहार की बेगूसराय सीट खासी मशहूर रही है क्योंकि उपरी तौर पर तो यह वामपंथी नेताओं का गढ़ माना जाता है लेकिन पिछले कई चुनावों में यहां भाजपा का झंडा बुलंद है। पहले भोला सिंह और उसके बाद गिरिराज सिंह ने बेगूसराय से भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की है। लेकिन गिरिराज सिंह को मुंगेर शिफ्ट करने की तैयारी है। ऐसे में इस सीट पर राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा के चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर हैं। वैसे तो राजनीतिक गलियारों में आईपीएस अधिकारी विकास वैभव के नाम की चर्चा भी रहती है लेकिन उन्होंने कभी सार्वजनिक रूप से चुनावी समर में उतरने की बात नहीं की।
नवादा से विवेक ठाकुर को मिलेगा मौका
पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी ठाकुर के बेटे व राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर भी लोकसभा चुनाव के समर में उम्मीदवार बन सकते हैं। उन्हें भाजपा नवादा सीट से उम्मीदवार बना सकती है, जिसपर अभी पारस गुट लोजपा के चंदन कुमार सांसद हैं। लेकिन बताया जा रहा है कि चंदन कुमार का टिकट कट सकता है और नवादा सीट एक बार फिर भाजपा अपने खाते में लेगी। तब यहां से विवेक ठाकुर को उम्मीदवार बनाया जाएगा। क्योंकि 2014 में नवादा से सांसद रहे गिरिराज सिंह को मुंगेर भेजा जा रहा है।
भूमिहार रिप्रेजेंटेशन तय करने की कवायद
बेगूसराय, नवादा और मुंगेर की सीट पर उम्मीदवारों के नाम भाजपा ने अभी घोषित नहीं किए हैं। लेकिन इन सीटों के जिन उम्मीदवरों के नाम चर्चा में आए हैं, उनकी पहचान लोकसभा चुनाव में भाजपा के बिहार में जातीय समीकरण साधने का बड़ा फैक्टर हो सकता है। गिरिराज सिंह, राकेश सिन्हा और विवेक ठाकुर तीनों भूमिहार जाति से हैं। लोकसभा चुनाव में भाजपा भूमिहारों का साथ हर हाल में चाहती है क्योंकि बोचहां विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा को भूमिहारों की नाराजगी भारी पड़ी थी।