कुछ दिन पहले पटना-हटिया एक्सप्रेस में आठ वर्षीय बच्ची के साथ हुई छेड़खानी मामले में मामला दर्ज किया गया है। मामले रांची में पॉक्सो एक्ट के तहत जीरो एफआईआर दर्ज किया गया है। केस दर्ज होने के बाद रांची जीआरपी ने कोडरमा जीआरपी को स्थानांतरित कर दिया है। कोडरमा जीआरपी में मामला स्थानांतरित होने के बाद इस मामले में जांच शुरू हो गई है। पुलिस का कहना है कि, हमारी टीम हर एक पहलू पर जांच में जूट गई है। बच्ची के साथ छेड़खानी का आरोप सुरक्षाकर्मी पर लगा है।
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रेलवे सुरक्षा एप पर शिकायत करने पर भी नहीं मिली मदद
इस मामले में बच्ची की मां का कहना है कि वो पटना से रांची 18623 डाउन पटना-हटिया एक्सप्रेस के एसी कोच में सफर कर रही थी। इसी दौरान कोडरमा स्टेशन पहुंचने पर जब उनकी नींद खुली तो एक रायफलधारी सुरक्षाकर्मी को बेटी के साथ गलत हरकत करते देखा। जिसके बाद महिला ने ट्रेन में सवार टीटीई से भी मदद मांगी। लेकिन टीटीई ने भी कोई मदद नहीं की जिसके बाद उसने रेलवे सुरक्षा एप पर शिकायत की। वहां से भी कोई सहयोग नहीं मिला। जिसके बाद महिला ने रांची पहुंचकर इसकी शिकायत डीआरएम से की। तब जाकर रांची जीआरपी में जीरो एफआईआर दर्ज की गई।
इस मामले में जीआरपी थाना प्रभारी उपेंद्र पासवान ने कहा कि जिस सुरक्षाकर्मी पर छेड़छाड़ का आरोप है, वह गया जंक्शन से स्कॉट पार्टी के साथ ट्रेन में सवार हुआ था। ऐसे में मामला दूसरे राज्य से जुड़े होने के कारण जांच और अनुसंधान के लिए मुख्यालय से आदेश मांगा गया है। इसके साथ ही कोडरमा से लेकर रांची तक जितने भी स्टेशन पर ट्रेन रूकी है, वहां के सीसीटीवी फुटेज इकठ्ठा किए गए हैं। आरोपित सुरक्षा कर्मी की पहचान की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर संबंधित एसी कोच के टीटीई और कोच अटेंडेंट के अलावे अन्य यात्रियों से भी पूछताछ की जाएगी। जिसके लिए अलग-अलग टीम बनाई जा रही है।