2024 लोकसभा चुनाव में अब एक साल से भी कम का समय बचा है। ऐसे में अब सत्ताधारी और विपक्षी पार्टियां अपना कुनबा मजबूत करने में जुट गईं हैं। विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी को रोकने के लिए INDIA नाम से गठबंधन बनाया है। पक्ष-विपक्ष दोनों अपनी रणनीति को धारदार बनाने में जुटे है। एक तरफ सत्ताधारी दल बीजेपी की रणनीति साफ है कि वह 2024 का चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर हीं लड़ेगी। जिसका भरपूर फायदा बीजेपी को 2014 और 2019 के चुनाव में मिल चुका है। वहीं विपक्ष की रणनीति 2024 चुनाव को ‘सेंट्रलाइज’ की जगह ‘लोकलाइज’ करने की है। लोकसभा चुनाव में दो चेहरों के बीच की लड़ाई बनाने की जगह सत्ता पक्ष को महंगाई, बेरोजगारी, अडानी, मणिपुर जैसे मुद्दों पर लाने की है।
दो चेहरों की जगह मुद्दों की लड़ाई
2019 के चुनावी जंग को बीजेपी ने ‘न्यू इंडिया बनाम विपक्ष का मोदी रोको अभियान’ की थीम पर लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। बीजेपी को इसका लाभ 303 सीट के रूप में मिला था। लेकिन इस बार विपक्ष की रणनीति चुनाव को ‘न्यू इंडिया बनाम इंडिया के आइडिया पर अटैक’ की थीम पर लाने की है। इस बार INDIA गंठबंधन बनने के बाद विपक्ष की रणनीति बदली हुई दिख रही है। बेंगलुरु में हुई विपक्षी दलों की बैठक के बाद विपक्ष की रणनीति साफ दिख रही है। विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेता देश में बढ़ती महंगाई, युवाओं के लिए रोजगार, मणिपुर हिंसा और लोकतंत्र पर खतरा की समस्या को उठा रहे हैं। विपक्ष के अनुसार महंगाई और बेरोजगारी इस समय बड़े मुद्दे हैं। मोदी सरकार की इन नाकामियों को उजागर करेंगे। INDIA गठबंधन की रणनीति लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी की पिच पर जाकर दो चेहरों के बीच की लड़ाई बनाने की जगह सत्ता पक्ष को मुद्दों पर लाने की है।
BJP को मोदी मैजिक पर ही भरोसा
2024 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी को सत्ता बरकरार रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्मे पर ही भरोसा है। चुनाव के लिए सारी रणनीति इसे ही केंद्र में रखते हुए तैयार किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्माई नेतृत्व का डंका आज भी खूब बजता है। वर्ष 2014 में पहली बार लोकसभा चुनाव में निर्णायक जीत हासिल करने के बाद वर्ष 2019 के अगले आम चुनाव में और भी बड़ी जीत दर्ज करने पर पीएम मोदी की धाक जमी। अलग-अलग विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत का श्रेय भी पीएम को ही दिया जाता है। दरअसल, पीएम मोदी की अपील पर देश की जनता को काफी भरोसा है। बीजेपी को हराने की कोशिशों में जुटे विपक्ष के किसी भी दल के पास मोदी जैसा नेता नहीं है जिसके प्रभाव से पार्टी को अतिरिक्त वोट मिल जाए। यह बात प्रधानमंत्री भी जानते हैं। पीएम मोदी को यह लगता है कि 2014 और 2019 की तरह 2024 में भी उनका जलवा चलेगा।