बिहार के सीएम नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू यादव की एक बार फिर मुलाकात हुई है। सूत्र बता रहे हैं कि सीएम नीतीश कुमार के आवास पर सोमवार को लालू यादव डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ पहुंचे। तीनों की लगभग आधे घंटे तक बैठक भी हुई। इस बैठक में किस बात पर चर्चा हुई, इसकी कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की गई है। लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि इस बैठक में कैबिनेट विस्तार से लेकर लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई है। लालू यादव शनिवार को ही दिल्ली से वापस पटना लौटे हैं। वापसी के बाद से ही नीतीश कुमार और लालू यादव के मुलाकात पर कयास लगाए जा रहे थे, जो सोमवार को हुई है।
लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा
2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में अब महज छह माह का वक्त बचा है। यह चुनाव 2019 की परिस्थितियों से उलटा हो रहा है। तब राजद और जदयू दोनों एक दूसरे के खिलाफ लड़े थे। इस बार दोनों कांग्रेस और लेफ्ट के साथ लड़ने वाले हैं। ऐसे में सीटों का बंटवारा एक बड़ा मुद्दा है जिस पर सभी की नजरें हैं। नीतीश-लालू की पिछले कुछ महीनों में कई मुलाकातें हुई हैं। लेकिन इस बार की मुलाकात में सीट बंटवारे का फॉर्मूला लगभग तय हो गया है। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार और लालू यादव ने आपसी सहमति के आधार पर सीटों का बंटवारा करना तय किया है। इसमें दोनों दल बराबर-सीटों पर चुनाव लड़ने को सहमत होते दिख रहे हैं। कांग्रेस और लेफ्ट के लिए भी सीटें तय कर दी गई हैं।
30-10 का फार्मूला फाइनल!
माना जा रहा है कि महागठबंधन में शामिल दलों के बीच सीटों के बंटवारे के लिए 30-10 का फार्मूला तैयार किया गया है। बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से 30 सीटों पर राजद और जदयू मिलकर लड़ेंगे। जबकि 10 सीटों को अन्य सहयोगियों के लिए छोड़ा जा सकता है। अन्य सहयोगियों में कांग्रेस को 8 सीटें और 2 सीटें लेफ्ट के दलों को दी जा सकती हैं। साथ ही इसी फार्मूले पर 2025 का विधानसभा चुनाव लड़ने की भी चर्चा है। इसमें 90-90 सीटें राजद और जदयू के खाते में जाएंगी। जबकि कांग्रेस को 43 और 20 सीटें लेफ्ट के दलों को दी जा सकती हैं। लोकसभा के मानसून सत्र की समाप्ति के बाद I.N.D.I.A. की बैठक होगी और उसके बाद कांग्रेस नेतृत्व को भी इस फार्मूले के लिए नीतीश-लालू मिलकर मनाएंगे।
संयोजक पद पर नीतीश के साथ लालू?
इस बीच राजनीतिक गलियारों में I.N.D.I.A. के समन्वयक पद पर नीतीश कुमार की चर्चा खूब हो रही है। दरअसल, लालू यादव का हालिया दिल्ली दौरा इसी बात को फाइनल करने को लेकर भी था। माना जा रहा है कि दिल्ली में शुक्रवार को राहुल गांधी से मुलाकात में भी इस बात को लेकर चर्चा हुई है। साथ ही यह भी माना जा रहा है कि लालू यादव भी नीतीश कुमार को I.N.D.I.A. का समन्वयक बनाने के पक्ष में हैं। इसके पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं, जिसमें एक बड़ा कारण यह माना जा रहा है कि नीतीश कुमार के I.N.D.I.A. के संयोजक बनने के बाद तेजस्वी यादव को बिहार का सीएम बनने का रास्ता साफ हो सकता है।
मंत्रिमंडल विस्तार पर भी हुई चर्चा
नीतीश कैबिनेट का विस्तार भी लंबे अर्से से लटका हुआ है। कांग्रेस और राजद दोनों को मंत्रीपद मिलने की संभावना है, जिसकी हामी खुद सीएम नीतीश कुमार भी भर चुके हैं। तेजस्वी यादव भी इस पर तैयार हैं। कांग्रेस के नेता लगातार इसकी मांग भी कर रहे हैं। लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार का शुभ मुहूर्त अपरिहार्य कारणों से लगातार लंबित है। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार और लालू यादव की मुलाकात में इस पर भी चर्चा हुई। हालांकि चर्चा यह भी है कि नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार I.N.D.I.A. की मुंबई में होने वाली अगली बैठक के बाद ही संभव हो सकेगा।