लोकसभा में अविश्वास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को लेकर तेजस्वी यादव हमलावर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को उनके भाषण से काफी उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने अपने भाषण से लोगों को निराश कर दिया। पूरे भाषण में उन्होंने मणिपुर पर बोलने की जगह विपक्ष पर निशाना साधा । जिस तरह वो विपक्ष को घमंडियां बोलते है उससे समझ आ रहा है कि ये लोग कितने डरे हुए हैं। जब से विपक्ष का गठबंधन बना है इनकी हताशा दिखने लगी है। पीएम मोदी का बॉडी लैंग्वेज भी दिखता है कि वह घबराए हुए हैं।
“प्रधानमंत्री भ्रम में जी रहे, उन्हें भ्रम में जीने दीजिए”
शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि जब से विपक्ष का गठबंधन बना है नरेंद्र मोदी की हताशा दिखने लगी है। संसद में लोगों को उनसे कितनी उम्मीदें थी। लेकिन उनके भाषण से सभी लोगों को काफी निराशा हुई है। लोगों को लगा था कि पीएम कुछ अच्छी बात कहेंगे। लेकिन उनको विपक्ष पर निशाना साधने के अलावा कोई बात पल्ले नहीं पड़ा। उन्होंने आगे कहा कि जब से विपक्षी दलों का गठबंधन बना है पूरे देश भर में विपक्ष एकजुट हुआ तब से भाजपा के लोग डरे हुए हैं। लेकिन नतीजा वही होना है जो बिहार में हुआ है। ऐसे में पीएम ने जो बातें कहीं उससे पता चलता है वह कितने घबराए है घबराहट उनकी बॉडी लैंग्वेज में दिख रहा था।
उनकी बातों में कोई दम नहीं था। 2028 में अविश्वास प्रस्ताव लाने के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि वे भ्रम में जीते हैं। उनको भ्रम में रहने दीजिए। चौके छक्के की बात करने वाले को विपक्ष की गुगली कहां समझ आएगी।अगले लोकसभा चुनाव में वे सब समझ जाएंगे।