रेलवे में जमीन देकर नौकरियां देने का स्कैम तब का है, जब लालू यादव इस विभाग के मंत्री थे। इस मामले में लालू परिवार के सात सदस्यों पर आरोप हैं। आरोप ये हैं कि लालू यादव ने जमीनें अपने परिजनों के नाम कराकर रेलवे में नौकरियां दीं। अब तक इस मामले में लालू परिवार पर ही सीबीआई का शिकंजा था। लेकिन अब सीबीआई के रडार पर वो लोग भी आ गए हैं, जो सालों पहले रेलवे में नौकरी के लिए लालू परिवार के नाम पर अपनी जमीनें कर गए। अब सीबीआई ने इनमें से 6 लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया है।
दानापुर डिविजन में काम करते हैं सभी 6 कर्मी
जिन 6 लोगों को सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया है, वे सभी दानापुर डिविजन में कार्यरत हैं। इसमें इनमें तीन कर्मचारी पटना जंक्शन, एक बिहटा, एक आरा और एक झाझा स्टेशन पर पोस्टेड हैं। अब इन सभी को सीबीआई ने अलग अलग दिनों पर दिल्ली बुलाया है। वहां इनसे पूछताछ होगी। ये सभी कर्मी ग्रुप डी के हैं।
किस कर्मी को कब बुलाया गया
- अजय कुमार राय, पटना जंक्शन : 14 अगस्त
- अमित कुमार, बिहटा स्टेशन : 16 अगस्त
- अमित कुमार राय, आरा स्टेशन : 17 अगस्त
- अशोक कुमार राय, पटना जंक्शन : 17 अगस्त
- हरिनाथ राय, पटना जंक्शन : 19 अगस्त
- सुमन कुमार, झाझा स्टेशन : 30 अगस्त
डीपीओ ने डिपार्टमेंट हेड को भेजा पत्र
सीबीआई के बुलावे के बाद दानापुर के डिविजनल पर्सनल ऑफिसर सौरभ स्वर्ण ने इन सभी के डिपार्टमेंट हेड को पत्र भेज कर सूचित कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार DPO की तरफ से जारी लेटर के अनुसार CBI की टीम अपनी जांच और पूछताछ के दौरान इन रेल कर्मचारियों के मूल प्रमाणपत्रों की भी जांच करेगी। गौरतलब है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए 2004 से 2009 के बीच इन सभी की ज्वाइनिंग हुई थी। तब से इस मामले की जांच लगातार चल ही रही है।
तेजस्वी पर 12 सितंबर को सुनवाई
लैंड फॉर जॉब्स मामले में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी फंसे हुए हैं। CBI की ओर से दायर चार्जशीट पर दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में 12 सितंबर को सुनवाई होनी है। इस मामले में CBI ने 3 जुलाई को तेजस्वी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। 11 अप्रैल को 8 घंटे तक तेजस्वी यादव से पूछताछ भी की गई थी। CBI ने इस मामले में इसी साल मई में लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी और पूर्व CM राबड़ी देवी, उनकी बेटियों मीसा यादव और हेमा यादव के अलावा नौकरी पाने के बदले में कम कीमत में जमीन देने वाले कुछ अयोग्य उम्मीदवारों समेत 16 लोगों को आरोपी बनाते हुए उनके खिलाफ FIR दर्ज की थी।