भाजपा और जदयू के बीच किसी ना किसी मुद्दे को लेकर बयानी वार-पलटवार होता रहता है। इसी कड़ी में एक नया बयान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने दिया है। जिससे भाजपा तिलमिलाई हुई है। इस बार देश के संविधान को लेकर दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे पर बयानी हमला बोल रहे हैं। एक तरफ ललन सिंह ये दावा कर रहे हैं कि एक बार फिर से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो वो देश के संविधान को बदल देंगे। वही भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने ललन सिंह पर पलटवार करते हुए कहा है कि उन्हें संविधान का ‘स’भी नहीं पता है।
ललन सिंह का दावा
दरअसल जदयू एक राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह रविवार को राजगीर स्थित इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर हॉल एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। वहां अपने संबोधन में उन्होंने एक बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि अगर पीएम नरेंद्र मोदी 2024 में सत्ता में लौटेंगे, तो वह डॉ.भीम राव अंबेडकर द्वारा तैयार किए गए संविधान को ही बदल देंगे और इसकी जगह पर नरेंद्र मोदी संविधान लाएंगे। इस बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र को खत्म कर इमरजेंसी लागू करने वाली कांग्रेस के हाथ मिलाने वाले संविधान की दुहाई न दें।
“ललन सिंह को संविधान का ‘स’ भी नहीं पता”
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि ललन सिंह को संविधान का ‘स’ भी नहीं पता होगा। संविधान के बारे में जितनी समझ प्रधानमंत्री मोदी को है, उतनी किसी में नहीं है। साढ़े 9 वर्षों में उनकी सरकार ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखित संविधान के अनुरूप काम किया। दलितों और गरीबों के लिए जितनी योजनाएं केंद्र सरकार चला रही है आजादी के बाद पहली बार उतनी योजनाएं नरेंद्र मोदी की सरकार चला रही है
नित्यानंद राय का पलटवार
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने आगे कहा कि संविधान की भावना को जदयू, राजद और कांग्रेस ने आज तक नहीं समझा सकी है। ललन सिंह ने भी ना कभी संविधान पढ़ा है ना कभी उसे समझा है। जिस कांग्रेस ने लोकतंत्र की हत्या कर इमरजेंसी लगाई थी आज उसी के साथ जदयू ने हाथ मिला लिया है फिर लोकतंत्र और संविधान की रक्षा की बता कैसे कर रहे हैं।