BOKARO : बोकारो एयरपोर्ट से उड़ान सेवा शुरू करने और उड़ान के लिए एअरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने उड़ान के दिशा में होने वाली कार्रवाई को तेज कर दिया है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के ईस्टर्न रीजन के ऑपरेशनल हेड मनोज कुमार और उनकी टीम बोकारो एयरपोर्ट पहुंचकर नये सिरे से उड़ान की अनुमति के लिए फॉर्म भर रहे हैं। इसमें बीएसएल के उड्डयन विभाग के पदाधिकारी भी शामिल हैं।
मौके पर बोकारो विधायक भी एयरपोर्ट पहुंचे
एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों के आने की जानकारी मिलने पर बोकारो विधायक बिरंचि नारायण भी एयरपोर्ट पहुंचे और अधिकारियों से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि साल के अंत तक बोकारो से उड़ान शुरू होने की संभावना है। इस दिशा में हर संभव प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि फायर सेफ्टी से संबंधित फार्म में जानकारी देनी है। जिसमें 16 फायरकर्मियों का नाम भेजना है लेकिन स्थानांतरण आदि होने के कारण अब तक 16 फायरकर्मियों का नाम नहीं भेजा जा सका है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उन्होंने अग्निशमन और होमगार्ड के डीजी अनिल पलटा से भी बात की है, ताकि फायरकर्मियों का नाम मिल जाए और फार्म डीजीसीए को भेज दिया जाए। पता तो चले की फार्म जमा होने के बाद डीजीसीए की टीम एयरपोर्ट का निरीक्षण करती है अगर किसी प्रकार की कोई त्रुटि या कमी है उसे चिन्हित कर उसे ठीक करने का निर्देश देती है उसके बाद पुन एक बार डीजीसीए की टीम निरीक्षण करेगी और संतुष्ट होने के बाद उड़ान भरने का लाइसेंस जारी करेगी। सभी प्रक्रिया में अमूमन तीन माह का समय लगता है।
बीएसएल करता है बोकारो हवाई अड्डे का रखरखाव
बोकारो हवाई अड्डे का स्वामित्व और रखरखाव बीएसएल द्वारा किया जाता है, जो स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड की एक इकाई है। डीजीसीए (DGCA) एयरोड्रम लाइसेंस जारी करने के लिए नोडल एजेंसी है। लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आवेदन बीएसएल द्वारा जमा किया गया है। जमा आवेदन के आधार पर मांगे गए क्लैरिफिकेशन का जवाब भेजने के साथ फॉर्म में जो भी कमियां थी उसी दूर कर नए सिरे से फॉर्म फिलअप किया जा रहा है।