[Team Insider]: बिहार की लोकगायिका नेहा राठौर (Bihar Lok Singer Neha Rathore) एक बार फिर से अपने गानों को लेकर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंनें ‘बिहार में का बा’ की जगह ‘यूपी में का बा’ से सुर्खियों में आ गई हैं। नेहा अपने गाने में राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को मजाकिया लहजे में गाती हैं। सरकार के कार्यों पर कटाक्ष करने के लिए जाने जानी वाली नेहा यूपी की योगी सरकार को अपना निशाना बनाई हैं। उन्होंने योगी सरकार पर तंज कसते हुए नया गाना गया है। जिसका शिर्षक है ‘यूपी में का बा”..”बाबा के दरबार में खत्तम रोजगार बा।”
गाने के माध्यम से योगी सरकार पर तंज
नेहा ने अपने गाने के माध्यम से यूपी में रोजगार, हाथरस की घटना और कोरोना वायरस के बीच गंगा में तैरती लाशों का भी जिक्र किया है। नेहा ने व्यंग्य से जनता की पीड़ा को बताने की कोशिश की हैं। गीत की शुरुआत बाबा के दरबार से होती है। ‘बाबा के दरबार बा.. खत्तम रोजगार बा..हाथरस के निर्णय जोहत लइकी के परिवार बा, कोरोना से लाखन मर गइलन, लाशन से गंगा भर गइलें, टिकठी और कफन नोचत कुकुर और बिलार बा, मंत्री के बेटवा बड़ी रंगदार बा, किसानन के छाती पर रौंदत मोटर कार बा, एक चौकीदार, बोलो के जिम्मेदार बा..’ उन्होंने गीत का अंत ‘जिंदगी झंड बा, पर फिर भी घमंड बा!’
रविकिशन के ‘यूपी में सब बा’ शीर्षक वाले गाने पर पलटवार
नेहा राठौर ने अपने इस गाने अभिनेता और बीजेपी सांसद रविकिशन के ‘यूपी में सब बा’ शीर्षक वाले गाने पर पलटवार किया है। भोजपूरी अभिनेता ने रविकिशन ने अपने गीत में भोजपुरी मतदाताओं को लुभाने के लिए आदित्यनाथ सरकार की उपलब्धियां गिनाईं हैं। रविकिशन के गाने की पंक्तियों में ‘योगी के सरकार बा, विकास के बहार बा, सड़क के जाल बा, काम बेमिसाल बा, अपराधी के जेल बा, बिजली रेलम रेल बा, कोरोना गइल हार बा, यूपी में सब बा।