[Team Insider]: बिहार पुलिस अवर सेवा चयन आयोग ने कोसी प्रक्षेत्र के लिए 72 दारोगा का चयन किया है। सभी को कोसी डीआईजी शिवदीप लांडे ने नियुक्ति पत्र सौंपा है। इस दौरान नवनियुक्त सभी दारोगा ने अपने चहते अधिकारी के साथ जमकर सेल्फी ली। इस दौरान डीआईजी शिवदीप लांडे ने सभी नवनियुक्त दारोगा को पुलिसिंग के महत्वपूर्ण टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि पुलिसिंग में दारोगा का पद सबसे महत्वपूर्ण होता है। पुलिस के पास वही लोग आते हैं, जो मुसीबत में होते हैं। पुलिस का कोई अल्टरनेटिव नहीं होता है। मेडिकल लाइन में डॉक्टर के अल्टरनेटिव होते हैं। आपकी लाइन में वो बात नहीं है, इसलिए अपनी जिम्मेदारी को समझें। सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचने वाला अधिकारी दारोगा ही होता है।
दारोगा और कांस्टेबल में बेहतर तालमेल जरूरी
इमरजेंसी सर्विस के दौरान एक दारोगा की क्या भूमिका होनी चाहिए, इसको लेकर भी शिवदीप लांडे ने कई अहम बातें बताईं। डीआईजी कहा कि एक दारोगा का कॉन्स्टेबल के साथ व्यवहार सफल पुलिसिंग के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। कहा कि दारोगा और कॉन्स्टेबल के बीच अंडरस्टैंडिंग हो तो कई महत्वपूर्ण आपराधिक वारदातों को सुलझाने में मदद मिलती है। इस दौरान फिटनेस को लेकर शिवदीप लांडे ने नवनियुक्त दारोगों से कहा कि फिटनेस केवल शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक भी होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि पुलिस सेवा में आने के बाद भी आज वो खुद को शारीरिक तौर पर फिट रखने के लिए काफी मेहनत करते हैं। प्रतिदिन छह किलोमीटर से ज्यादा की दौड़ लगाते हैं और घंटे भर एक्सरसाइज करते हैं।