Team Insider: प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को राज्य में विधानसभा चुनाव(Assembly election) से महज एक महीने पहले अवैध रेत खनन कंपनियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच(Money Laundering Investigation) के तहत पंजाब में कई स्थानों पर छापेमारी की। जांच एजेंसी ने मंगलवार की सुबह मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी के मोहाली स्थित आवास पर भी छापेमारी की। सेंट्रल एजेंसी के अधिकारियों ने राज्य में 10-12 स्थानों पर छापे मारे और धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत कार्रवाई भी की।
20 फरवरी को होना है चुनाव
राज्य में 20 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले छापे मारे गए हैं। परिणाम 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने बार-बार भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र पर ईडी, और सीबीआई जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने और अपने विरोधियों की आवाज को दबाने और दबाने का आरोप लगाया है।
ईडी की छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए चन्नी ने कहा कि यह उन्हें निशाना बनाने और आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर उन पर दबाव बनाने की कोशिश थी। उन्होंने कहा कि छापे (उनके रिश्तेदार के परिसरों पर) किए जा रहे हैं। वे मुझे निशाना बना रहे हैं और आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर मुझ पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। हम इससे लड़ने के लिए तैयार हैं।
कांग्रेस विधायकों पर लगा था आरोप
पिछले महीने पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आरोप लगाया था कि राज्य के सभी कांग्रेस विधायक रेत के अवैध व्यापार में लिप्त हैं। अमरिंदर सिंह ने पिछले साल सितंबर में राज्य के सीएम के रूप में पद छोड़ने के बाद कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी। उन्होंने कहा था कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को व्यापार में शामिल विधायकों के बारे में सूचित किया था। हालांकि, उन्होंने विधायकों के नामों का खुलासा करने से इनकार कर दिया और कहा कि मुझसे पूछो कि कौन शामिल नहीं है। अगर मैं नाम बताना शुरू कर दूं तो मुझे ऊपर से शुरुआत करनी होगी।