पिछले कुछ समय से देश में सनातन और हिंदू धर्म को लेकर खुब विवाद हो रहा है। इन सब के बीच केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के एक बयान को लेकर विवाद हो रहा है। जिसमें उन्होंने कहा कि जो भारत में पैदा हुआ वो हिंदू है। उनके बयान को लेकर बिहार की राजनीति भी गरमाई हुई है। बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी की प्रतिक्रिया सामने आए हैं। उन्होंने केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को ऐसे बयानों से बचने का की सलाह दी।
राज्यपाल को राजनीतिक बयानबाजी का हक नहीं
दरअसल सनातन को लेकर चल रहे विवाद के बीच केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि जो भारत में पैदा हुआ वो हिंदू है। इसको लेकर बिहार सरकार के मंत्री अधोक चौधरी ने कहा कि राज्यपाल एक संवैधानिक पद है इसलिए इस पद पर बैठे हुए व्यक्ति को इस तरह के बयान से बचना चाहिए। राज्यपाल को राजनीतिक बयानबाजी करने का हक नहीं है। उन्होंने कहा कि जबतक देश में वर्ण व्यवस्था रहेगी तबतक समाजिक न्याय की लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि बाबा भीमराव अंबेडकर ने दलितों को सबसे ज्यादा आरक्षण दिया था लेकिन आज उन्हें आरक्षण का लाभ सही से नहीं मिल पा रहा है। आज भी दलित पिछड़ों के महिलाओं के साथ उत्पीड़न जैसी घटना घटती है।
धार्मिक ग्रंथ पर टिप्पणी करना गलत
बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चन्द्रशेखर के रामचरितमानस पर दिए विवादित बयान पर भी मंत्री अशोक चौधरी ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हर आदमी की अपनी-अपनी सोच है। RSS द्वारा लिखा गया बंच ऑफ थॉट जिसमें वर्ण व्यवस्था को बढ़ावा दिया गया है। जिसमें हम इन्तेफाक नहीं रखते हैं। लेकिन धार्मिक ग्रंथ आस्था का विषय है इसपर टिप्पणी करने से बचना चाहिए।