जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि आचार्य किशोर कुणाल लगातार मठ और मंदिरों की जमीन पर कब्जा कर करोड़ कमाने की साजिश कर रहे है। जिस-जिस जगह मंदिर या मठ बनवाते हैं, वहां गड़बड़ी ही रहती है। जहां आप मठ मंदिर बनाते हैं। वहां आप रिश्तेदार या मंत्री को क्यों लाते हैं और आप होते कौन हैं इस तरह का संस्था बनाने वाले, आचार्य कुणाल ने गलत तरीके से माफियाओं के साथ और नेताओं के संरक्षण में काम किया है।
धार्मिक ग्रंथ पे टिप्पणी करना गलत
पप्पू यादव ने कहा कि राजनीतिक व्यक्ति के द्वारा रामायण, इस्लाम और दलित के ऊपर उंगली उठाना यह राजनीतिक रूप से सही नहीं है। गीता, कुरान, बाइबिल या रामायण हो यह आस्था की चीज है मानो तो देव नहीं तो पत्थर, तुम मानो या ना मानो लेकिन गीता रामायण बाइबल कुरान पर किसी को भी टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। क्योंकि यह भावनाओं की चीज है, ऐसी चीजों से राजनीतिक व्यक्ति को बचना चाहिए, हजार साल बाद सरकार को वन नेशन वन एजुकेशन की बात करनी चाहिए।
निशाने पर चंद्रशेखर और शाह
पप्पू यादव ने कहा कि वहीं उन्होंने कहा कि अमित शाह बिहार आए तो बिहार को स्पेशल स्टेटस देने की बात नहीं की एम्स निर्माण के बात नहीं की। मधुबनी में तीन चिमनी को खोलने की बात नहीं किया, पेपर की बात नहीं किया, दरभंगा के पेपर मिल की बात नहीं किया। उन्होंने कह कि मैं अमित शाह का पैर धोकर पियूंगा, यदि वे मधेपुर की दूध की फैक्ट्री, मधुबनी का तीनों चीनी मिल, दरभंगा का पेपर मिल और सीमांचल और कोसी को बाढ़ से मुक्त कर दें। पप्पू यादव ने आगे कहा कि सब मनुस्मृति और कुरान की कथा पढ़ने में लगे हैं। शिक्ष मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि आप सर्वोच्च है आपसे ऊपर के के पाठक नहीं है। के के पाठक को राइट नहीं है प्रेस कांफ्रेंस करने का बिहार सरकार इसकी इज़ाजत नहीं देता है। जो हमारा धारा है, कानून है कि कोई सेक्रेटरी मंत्री के रहते प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं कर सकता।
अमित शाह की रैली फ्लॉप रही
पप्पू यादव ने कहा कि हमारी पार्टी किसी भी धर्म के आस्था के साथ मजबूती के साथ खड़ी है। किसी भी दलित या किसी भी विचारधारा के साथ खड़ी है। किसी भी विचारधारा को चैलेंज करने वाले की दुकान चल सकती है, लेकिन समाज को ठेस पहुंचाने की इजाजत हमारी पार्टी नहीं दे सकती। अमित शाह आप आए तो विशेष राज्य पर बात किया ना विशेष स्टेटस पर बात किया ना मधुबनी के तीनों चीनी मिल खुलवाने की बात की है ना दरभंगा के पेपर मिल खुलवाने की बात की है ना मधेपुर की दूध फैक्ट्री खुलवाने की बात की है। अमित शाह की रैली फ्लॉप है। अमित शाह ने मिथिला सीमांचल और बिहार का अपमान किया है । वहीं इंडिया गठबंधन के द्वारा एंकर पर बैन लगाने को लेकर कहा कि आतंकवादी और उग्रवादी की तरह बात करने वाला टपोरी पत्रकार को बैन नहीं करेगा तो क्या करेगा।