केंद्र सरकार द्वारा संसद के विशेष सत्र में पेश किया गया नारी शक्ति वंदन विधेयक बुधवार, 20 सितंबर को बड़े बहुमत से पारित हो गया। इस विधेयक के समर्थन में कुल 454 वोट पड़े, जो कुल संख्या की दो तिहाई संख्या है। वहीं दो वोट इसके विरोध में भी पड़े। लोकसभा में वोटिंग से पहले इस विधेयक पर जोरदार बहस हुई। इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, स्मृति ईरानी, चिराग पासवान, कनिमोई, डिम्पल यादव, असदुद्दीन ओवैसी, निशिकांत दूबे, वीणा सिंह, कविता सिंह, ललन सिंह सहित कई सांसदों ने अपनी बातें रखीं। अब यह बिल गुरुवार, 21 सितंबर को राज्यसभा में पेश किया जाएगा।
संविधान का 128वां संशोधन
नारी शक्ति वंदन विधेयक संविधान के 128वें संशोधन के रूप में पेश हुआ है। केंद्रीय कैबिनेट से पारित होने के दो दिन बाद ही मोदी सरकार ने तीन दशकों से अटके इस बिल को लोकसभा से पारित करवा लिया। पारित होने से पहले इस पर खूब बहस हुई। कांग्रेस, जदयू जैसे दलों ने समर्थन तो दिया लेकिन समर्थन के साथ इस कोटा में ओबीसी, एससी, एसटी महिलाओं को अलग से आरक्षण देने की मांग भी रखी।