लोकसभा चुनाव 2024 के लिए I.N.D.I.A. की तीन बैठकों के बाद टकराव खुलकर सामने आ गया है। अलग अलग मुद्दों पर अलग अलग दलों का स्टैंड I.N.D.I.A. की रणनीति में विरोधाभास लेकर आया है। पहली बैठक में अरविंद केजरीवाल के नाराजगी की खबर आई। दूसरी में नीतीश कुमार ने नाराजगी ओढ़ी। तीसरी के बाद ममता बनर्जी नाराज हैं। ममता की नाराजगी अन्य दलों के मुकाबले मुखर कम लेकिन स्पष्ट है। दरअसल, अरविंद केजरीवाल और नीतीश कुमार ने नाराजगी के बावजूद कोई एक्शन नहीं लिया। लेकिन ममता ने ले लिया है।
कमेटियों से किनारा कर ममता ने दिया संदेश!
दरअसल, मुंबई में हुई I.N.D.I.A. की तीसरी बैठक में पांच कमेटियां बनी। इसमें सभी दलों को प्रतिनिधित्व दिया गया। ममता बनर्जी की पार्टी को भी प्रतिनिधित्व मिला, लेकिन पांच में से चार कमेटियों में ममता बनर्जी की पार्टी ने अभी तक अपने प्रतिनिधि के नाम की घोषणा ही नहीं की है। जिस को-ऑर्डिनेशन कमेटी में ममता बनर्जी की पार्टी की ओर से अभिषेक बनर्जी का नाम दिया गया है, उसकी पहली बैठक में अभिषेक शामिल ही नहीं हुए।
ईडी का बुलावा तो बस बहाना?
I.N.D.I.A. के कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक दिल्ली में शरद पवार के आवास पर हुई। इस कमेटी में 14 सदस्य हैं, जिसमें तृणमूल कांग्रेस की ओर से अभिषेक बनर्जी हैं। लेकिन 13 सितंबर को हुई बैठक में अभिषेक शामिल नहीं हुए। बताया गया कि ईडी के बुलावे के कारण अभिषेक शामिल नहीं हुए। यहां तक तो बात समझ आती है कि ईडी ने बुलाया था तो अभिषेक बैठक के लिए दिल्ली नहीं जा सकते थे। लेकिन तृणमूल ने अभिषेक की जगह किसी और को भी नहीं भेजा गया। किसी और का नहीं जाना खटकता है।
जदयू ने दूसरे प्रतिनिधि को भेजा
जिन 14 सदस्यों को I.N.D.I.A. की समन्वय समिति में रखा गया है, उसमें जदयू की ओर से उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह हैं। लेकिन बैठक में ललन भी बीमार होने के कारण शामिल नहीं हुए। लेकिन जदयू ने प्रतिनिधित्व छोड़ा नहीं बल्कि संजय झा को ललन सिंह की जगह प्रतिनिधि के रूप में भेजा। जबकि टीएमसी ने ऐसा नहीं किया। इसी कारण ममता की नाराजगी के कयास लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा भोपाल में रैली प्रस्तावित करने के बाद रद्द कर देने की स्थिति से भी यह आशंका बढ़ी है कि I.N.D.I.A. में सबकुछ ठीक नहीं है।
चार कमेटियों में सिर्फ प्रतिनिधित्व, प्रतिनिधि नहीं
I.N.D.I.A. की कुल पांच कमेटियों में से सिर्फ समन्वय समिति में टीएमसी ने प्रतिनिधि का नाम घोषित किया है। जबकि कैम्पेन कमेटी, मीडिया कमेटी, सोशल मीडिया मैनेजमेंट कमेटी और वर्किंग ग्रुप फॉर रिसर्च में शामिल होने के लिए टीएमसी ने अभी किसी के नाम की घोषणा नहीं की है।