[Team Insider]: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की सरगरमी तेज है। हर पार्टी और नेता अपने-अपने दांव-पेंच आजमा रहे हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश के उस पहलवान की याद आती है, जो तीन बार इस प्रदेश का मुख्यमंत्री बना। इनका नाम है-मुलायम सिंह यादव। अब इनके बेटे अखिलेश यादव राजनीतिक विरासत को संभाल रहे हैं। समावादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
कैसे शुरू हुआ था मुलायम सिंह यादव का सफर
1962 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार नत्थू सिंह चुनाव प्रचार में जसवंत नगर क्षेत्र में गए थे। यहां कुश्ती चल रही थी। इसमें मुलायम सिंह यादव एक-एक कर सभी पहलवानों को चित किए जा रहे थे। इससे प्रभावित होकर नत्थू सिंह ने मुलायम को अपना शिष्य बना लिया।
जसवंत नगर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार को हराया
संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के नेता नत्थू सिंह ने 1967 के चुनाव में मुलायम सिंह यादव को जसवंत नगर सीट से उम्मीदवार बनाया। इस चुनाव में मुलायम सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी लाखन सिंह को हराया। फिर 1992 में जनता दल से अलग हुए और अपनी पार्टी बनाई। उस पार्टी को आज समाजवादी पार्टी के नाम से सभी जानते हैं। 1989 में जनता दल की तरफ से मुलायम सिंह मुख्यमंत्री बने। 24 जनवरी 1991 तक पद संभाला। फिर 5 दिसंबर 1993 से 3 जून 1996 तक मुख्यमंत्री हुए। इसके बाद 29 अगस्त 2003 से 11 मई 2007 तक मुख्यमंत्री का पद संभाला।