केंद्रीय मंत्री आरके सिंह एक वक्त में शीर्ष नौकरशाह थे, अब शीर्ष नेता हैं। दो बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं और दोनों बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण स्थान पर फिट नजर आए। लेकिन उनकी हैट्रिक सवालों के घेरे में आ रही थी। इस चर्चा ने तब से और जोर पकड़ लिया था, जब आरा से सांसद रहीं जदयू की नेत्री ने भाजपा में जगह बनाई। लेकिन फिलहाल आरके सिंह ने खुला ऐलान कर दिया है कि वे चुनाव लड़ेंगे और उनके बारे में कोई दूसरा निर्णय नहीं ले सकता।
आरा से ही लड़ेंगे चुनाव
आरके सिंह की लोकसभा सीट आरा है और उन्होंने साफ कह दिया है कि वे 2024 में भी आरा से ही चुनाव लड़ेंगे। दरअसल, आरके सिंह ही वो शख्स हैं, जिनके बूते आरा में पहली बार भाजपा का खाता खुला। इससे पहले यहां एनडीए के सांसद तो रहे हैं लेकिन आरा से भाजपा के पहले सांसद आरके सिंह ही हैं। लेकिन उनके तीसरी बार चुनाव नहीं लड़ने की अटकलें लग रही थीं। चर्चा यह थी कि आरके सिंह आरा की सीट छोड़कर गवर्नर बनाए जा सकते हैं। लेकिन आरके सिंह ने सामने से स्पष्ट कर दिया है कि वे आरा से ही चुनाव लड़ेंगे। साथ ही गवर्नर बनने की अटकलें गलत हैं।
इसके साथ ही आरके सिंह ने यह भी कहा है कि मेरे चुनाव लड़ने का फैसला कोई और नहीं कर सकता। मेरे चुनाव लड़ने बारे में कोई दूसरा निर्णय कैसे ले सकता है? मुझे चुनाव लड़ना है, तो इसका निर्णय भी मैं ही करूंगा। गौरतलब है कि जदयू छोड़कर आरा की पूर्व सांसद मीना सिंह भाजपा में शामिल हो गई हैं। उनके भाजपा में शामिल होने के बाद कयास लगाया जा रहा था कि वे अगली बार भाजपा के टिकट पर आरा से चुनाव लड़ सकती हैं। लेकिन आरके सिंह के तेवर तो अलग ही दिख रहे हैं।