मनोज झा की राज्यसभा में टिप्पणी के बाद राजद विधायक चेतन आनंद द्वारा ठाकुर शब्द के गलत प्रयोग का आरोप लगाया गया। इस मामले में अब तक डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव खामोश थे। तेजस्वी यादव बिहार से बाहर थे। शनिवार को ही दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा था कि वे पटना जाकर इस मामले में बात करेंगे। तब लगा कि वे चेतन आनंद से मिलकर बात करेंगे। लेकिन पटना पहुंचते ही तेजस्वी यादव ने चेतन आनंद द्वारा सोशल मीडिया पर आरोप लगाए जाने को गलत बताया। उन्होंने कहा कि दिक्कत थी तो पहले पार्टी फोरम पर बात रखनी चाहिए थी। सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं करना चाहिए था।
साथ ही राज्यसभा सांसद मनोज झा के पक्ष में खड़े होकर तेजस्वी यादव ने कहा कि मनोज झा सर्वश्रेष्ठ सांसद हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ाते हैं। उन्होंने जो बात रखी वो पिछड़े समाज की महिलाओं को आरक्षण की सूची में रखने की बात रखी थी। इसी को लेकर ओमप्रकाश वाल्मीकि के कविता को दुहराया। आज चंद ही लोग देश की संपत्ति को बेच रहे हैं। चंद लोगों के पास जमीनें हैं। जिसकी आबादी अधिक है, उसके पास जमीन नहीं है।
वहीं मनोज झा के बयान के बाद खड़े हुए जातीय बयानबाजी पर तेजस्वी यादव ने कहा कि हमलोग समाजवादी लोग हैं। ठाकुर तो कर्पूरी ठाकुर भी लिखते हैं। उसमें जाति की बात कहा हैं। हम लोग अहीर हैं, यादव लिखते हैं। लेकिन लोग राय, चौधरी भी लिखते हैं। कहीं न कहीं से ऐसी बातें ही राजनीति में आती है। भाजपा सांसद बिधूड़ी ने आतंकवादी, उग्रवादी सब कहा, उनकी बात का पोस्टमार्टम कहां हुआ। जितने राजपूत एमएलए हैं राजद में, उतने भाजपा में नहीं हैं। हम लोग वीपी सिंह, अर्जुन सिंह को मानते हैं। रघुवंश प्रसाद सिंह को मानते हैं।