बिहार में जाति आधारित गणना का डाटा आज रिलीज कर दिया गया है। रिपोर्ट में ये बताया गया है की बिहार में किस जाति की संख्या कितनी है। डाटा रिलीज किए जाने के बाद बिहार का सियासी पारा भी काफी हाई हो गया है। बिहार सरकार में शामिल दल इसके लिए अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। वहीं विपक्ष में बैठी भाजपा रिपोर्ट का खुल कर विरोध तो नहीं कर रही पर सरकार से कुछ सवाल जरुर कर रही है। डाटा रिलीज को लेकर पोस्टर पॉलिटिक्स भी शुरू हो गई है। पटना की सड़कों पर जगह-जगह भाजपा के एक नेता द्वारा पोस्टर लगवाया गया है। जिसमें जाति आधारित गणना के डाटा पर सवाल खड़ा करते हुए सरकार से जवाब माँगा है।
दोबारा गणना करवाने की मांग
पटना के अलग-अलग चौक चौराहों पर भाजपा नेता कौशल कुशवाहा की ओर से बड़े-बड़े पोस्टर लगवाए गए हैं। पोस्टर में ऊपर लिखा गया है कुशवाहा विरोधी नीतीश तेजस्वी की सरकार, बिहार सरकार द्वारा जारी की गई जाति आधारित सूची भेदभाव , त्रुटि पूर्ण और कुशवाहा समाज की आबादी को कम दिखलाने की साजिश की गई है। जिसका हम पुरजोर विरोध करते हैं, केंद्र सरकार से मांग करते हैं की साजिश का पोल खोलने के लिए जल्द से जल्द सही जाति जनगणना करा कर सही आंकड़ा प्रस्तुत करें। कुशवाहा समाज के बेटा सम्राट चौधरी से तुम लोग इतना डर गए की जातीय जनगणना में ही घोटाला करवा दिया।