लोकसभा चुनाव 2024 में होना है और इस बार का चुनाव बेहद खास है। 1977 के बाद किसी प्रधानमंत्री या दल को तीसरी बार भी जिताने का सौभाग्य भारतीय लोकतंत्र में नहीं मिला है। नरेंद्र मोदी पिछले दो चुनाव जीतकर प्रधानमंत्री हैं और तीसरी बार भी भाजपा उन्हीं के चेहरे के बूते सत्ता तक पहुंचना चाहती है। लेकिन इतिहास कहता है कि हैट्रिक लगाने वाले प्रधानमंत्री गुजरे जमाने की बात है। वैसे अगले चुनाव में क्या होगा, यह तो चुनाव और नतीजों के बाद ही पता चलेगा। लेकिन जिस बिहार से नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्षी दलों के एकता की नींव पड़ी है, वहां के ओपिनियन पोल एनडीए के लिए सुखद नहीं हैं। आंकड़े तो उस जदयू के लिए भी सुखद नहीं हैं, जिसके नेता नीतीश कुमार भाजपा विरोध का रिकॉर्ड कायम करना चाहते हैं। फायदा उस राजद को दिख रहा है, जिसकी पिछली लोकसभा में कोई सीट नहीं थी।
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इंडिया टीवी-सीएनएक्स के सर्वे में तेजस्वी के लिए खुशखबरी
हाल ही में इंडिया टीवी और सीएनएक्स ने मिलकर एक ओपिनियन पोल किया है, जिसमें बड़ी खुशखबरी तेजस्वी यादव यानि राजद के हिस्से दिख रही है। 2019 के चुनाव में बिल्कुल बिखर गए राजद के नेता तेजस्वी यादव थे। एक भी सीट राजद के खाते में नहीं आई। लेकिन इस बार ओपिनियन पोल में 07 सीटें राजद के खाते में दिख रही हैं। हालांकि आंकड़ों में यह तेजस्वी यादव और लालू यादव के साथ राजद के समर्थकों को भी खास खुशी नहीं देगी। लेकिन पिछले चुनाव की तुलना में यह अच्छा ही प्रदर्शन माना जाएगा।
तीन चुनावों से फ्लॉप रहा है राजद
लोकसभा चुनाव में राजद का अच्छा प्रदर्शन 2004 के बाद कभी नहीं रहा। 2004 में राजद को बिहार की 40 में से 22 सीटें मिली थी। लेकिन 2009 में राजद के सीटों की संख्या 04 रह गई। 2014 में भी राजद का 04 सीटों वाला न्यूनतम रिकॉर्ड कायम रहा। लेकिन 2019 में राजद का कोई उम्मीदवार लोकसभा नहीं पहुंचा। इस लिहाज से 2024 के ओपिनियन पोल के आंकड़े राजद के लिए सुखद ही माने जा सकते हैं।
राजद-कांग्रेस जितना पा रही, जदयू उतना खो रहा
इसी ओपिनियन पोल में कांग्रेस की सीटें भी बढ़ रही हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सिर्फ एक सीट जीत सकी थी। ओपिनियन पोल के मुताबिक 2024 में कांग्रेस की सीटें 02 हो सकती हैं। ऐसे में राजद और कांग्रेस की सीटों को जोड़ने पर आंकड़ा 09 तक पहुंच रहा है। लेकिन इसी महागठबंधन की तीसरी साथी जदयू 2024 के चुनाव में 09 सीटें खो सकती है। ओपिनियन पोल के मुताबिक जदयू को भी 07 सीटें लोकसभा चुनाव में मिल सकती हैं। जबकि 2019 में जदयू ने 16 सीटें जीती थी।
भाजपा को 03 सीटों का फायदा
इंडिया टीवी और सीएनएक्स के ओपिनियन पोल के अनुसार राजद, जदयू और कांग्रेस को मिलाकर 16 सीटें 2024 के लोकसभा चुनाव में मिल सकती हैं। जबकि एनडीए को 24 सीटें मिलने का अनुमान है। इसमें भाजपा के लिए अच्छी खबर यह है कि उसे पिछले चुनाव के मुकाबले 03 सीटों का फायदा हो सकता है। लेकिन एनडीए के लिहाज से प्रदर्शन ठीक नहीं हैं। जदयू के साथ रहते हुए एनडीए ने 39 सीटें जीती थी। लेकिन 2024 में एनडीए को 15 सीटों का नुकसान दिख रहा है। एनडीए में भाजपा को 20, एलजेपीआर को 02, आरएलजेपी को 01 और अन्य को एक सीट मिलती दिख रही है।