बिहार सरकार की ओर से जातीय गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद खूब सियासत हो रही है। विपक्ष के नेताओं की तरफ से तो आंकड़ों पर सवाल खड़े किए जा ही रहे हैं, जदयू के नेताओं ने भी इस पर सवाल खड़े किए हैं। जदयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने जातीय जनगणना में तेली समाज की आबादी कम दिखाये जाने पर नाराजगी जताई थी। सुनील कुमार पिंटू सवाल उठाया और कहा कि तेली समाज के साथ नाइंसाफी हुई है। इस पर नीतीश कुमार की सरकार में जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा है कि सुनील कुमार पिंटू कहीं और से गाइड हो रहे हैं, इसीलिए ऐसा बयान दे रहे हैं। सजय झा के वार पर सुनील कुमार पिंटू ने पलटवार किया है।
स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराएंगे
सीतामढ़ी से जेडीयू सांसद ने बताया कि पूरी जाति गणना की रिपोर्ट पर मेरा सवाल नहीं है। लेकिन, हमारे समाज की आबादी का जो आंकड़ा पेश किया गया है वह सही नहीं है। अगर हमारे समाज की गिनती सही नहीं हुई है तो यह सवाल उठाना गलत बात नहीं है। ऐसा करने पर कहीं और से गाइड होने का आरोप लगाना सही बात नहीं है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया और फोन पर हमारे समाज के लोगों का मैसेज आना शुरू हुआ। कहा गया कि गिनती करने वाले हमारे घर पर नहीं आए। इसी बात पर हमने सम्मेलन बुलाया है। जो बात निकलेगी उससे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अवगत कराएंगे।
मैं कहीं से बोरो बुलाया गया था
सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि मैं कहीं से बोरो बुलाया गया था। मैं वहां से ना छोड़ कर आया हूं और ना यहां से छोड़ कर जा रहा हूं। मैं बीजेपी में विधायक था और मंत्री भी रहा। मुख्यमंत्री जी ने मुझे बात करके बुलाया है और उनका स्नेह भी मुझे मिलता रहता है। इसी वहज से उन्होंने अपनी पार्टी के उम्मीदवार को टिकट नहीं देकर मुझे दिया था। जब उनसे पूछा गया की कब तक इस पार्टी में रहेंगे तो उन्होंने कहा कि जब तक बुलाने वाले या भेजने वाले दोनों में से किसी का फोन नहीं आए। उन्होंने दावे के साथ का कि अभी मैं जहां हूं, वहीं पर हूं। लेकिन, बुलाने वाले या भेजने वाले की ओर से जब कोई मैसेज आएगा उसके बाद निर्णय लिया जाएगा।