जदयू के विधायक गोपाल मंडल के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। दरअसल कुछ दिनों विधायक गोपाल मंडल का एक वीडिओ सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हुआ था। जिसमें वो एक अस्पताल में अपनी पिस्टल लहराते हुए दिख रहे थे। इसे लेकर उनकी खूब किरकिरी भी हुई। पत्रकारों ने जब सवाल किया तो उन्होंने गली-गलौज तक किया। लेकिन अब प्रशसान ने कड़ा एक्शन लेते हुए उनके पिस्टल के लाइसेंस को रद्द कर दिया है।
प्रशासन ने की कार्रवाई
अस्पताल में पिस्टल लहराने वाले मामले में प्रशासन ने संज्ञान लेकर जाँच किया। वीडियो वायरल होने के बाद भागलपुर SSP आनंद कुमार ने जांच का आदेश जारी किया था। जांच में मामला सत्य पाया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार हथियार का लाइसेंस निलंबित करने के मामले में विधायक को पत्र भी भेजा दिया गया है।
बता दें कि दरअसल जदयू विधायक गोपाल मंडल 4 अक्टूबर को अपनी पोती का सिटी स्कैन करवाने के लिए अपस्ताल में पहुंचे हुए थे। इस दौरान उनके हाथों में रिवाल्वर भी थी। रिवाल्वर को लेकर जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने अपने रौब अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हाथ में रिवाल्वर नहीं रखेंगे तो क्या कमर में रखेंगे। विधायक का कहना था कि पहले उनके पीछे चोर-बदमाश लगे हुए थे कि जान ले लें। अब जब से एमपी बनने की तैयारी में हैं, राजनीतिज्ञ लोग लगे हुए हैं। सलिए हाथ में रिवाल्वर रखते हैं, जरा भी इधर-उधर हुआ कि बिना देर किए ठोंक देंगे।
पत्रकारों के साथ गली-गलौज
पटना में विधायक गोपाल मंडल को जदयू कार्यालय के बहार पत्रकारों ने घेर लिया। गोपाल मंडल से पत्रकारों ने सवाल पूछा कि आप अस्पताल में पिस्टल लेकर क्यों घूम रहे थे? इस पर गोपाल मंडल ने कहा कि अरे पिस्तौल तो अभियो है मेरे पास। दिखावे। दिखावे पिस्टल। हम रखते हैं पिस्टल। आगे सफाई देते हुए कहा कि पिस्टल को पैजामा में रखें और जैसे सीढ़ी पर कदम रखें न तो पैजामा नीचे गिरने लगा। इसके बाद अरे यार तुमलोग पत्रकार हो क्या हो… हमको मुश्किल लगता है कमर में पिस्टल रखना.. हां – हां लहराएंगे… लहराएंगे तुमलोग…आगे गोपाल मंडल ने ऐसे शब्दों का उपयोग किया जो माननीय को शोभा नहीं देता। हालाँकि बाद में उन्होंने अपनी एक वीडिओ जारी कर माफ़ी भी मांगी।